स्थानीय लोगों का आरोप – सार्वजनिक संसाधनों पर कब्जा
मझौली (जबलपुर)
नगर परिषद मझौली अंतर्गत विभिन्न वार्डों में लगे सार्वजनिक हैंडपंपों का अधिग्रहण निजी उपयोग के लिए किए जाने की शिकायतें सामने आ रही हैं। कई नागरिकों ने आरोप लगाया है कि नगर क्षेत्र में कई स्थानों पर हैंडपंपों को घेराबंदी कर निजी उपयोग में बदल दिया गया है, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानी हो रही है।
इन वार्डों से मिली हैं शिकायतें:
वार्ड क्रमांक 3, 5, 7, 11, और 14
* हैंडपंपों को लोहे की जाली या दीवार बनाकर घेर लिया गया
* कुछ स्थानों पर हैंडपंपों के पास “प्राइवेट उपयोग हेतु” जैसे बोर्ड भी लगाए गए
प्रशासनिक उदासीनता:
नगर परिषद द्वारा अभी तक इस मामले में कोई ठोस जांच या कार्यवाही नहीं की गई है। स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है, जिससे संदेह और गहरा रहा है
जनता की मांग:
1. सभी हैंडपंपों का भौतिक सत्यापन कराया जाए
2. जिन स्थानों पर घेराबंदी की गई है, उन्हें तत्काल हटाया जाए
3. दोषियों पर कार्रवाई कर FIR दर्ज की जाए
4. सार्वजनिक उपयोग सुनिश्चित करने हेतु निगरानी टीम गठित की जाए स्थानीय नागरिकों की पीड़ा:
इनका कहना है
गर्मी में पानी के लिए लड़ाई हो रही है, हैंडपंप तक नहीं पहुंच सकते, क्योंकि किसी ने घेर लिया है।
सुनीता बाई (वार्ड 5 निवासी)* बताती हैं,
रमेश यादव (वार्ड 11)* का कहना है,
यह सार्वजनिक संपत्ति है, इसे कोई व्यक्ति कैसे अपना बना सकता है? नगर परिषद की चुप्पी ही इसका समर्थन है।