बैठक में किसान उत्पादक संगठन से मिल रही अनेक जानकारी
गोसलपुर से विजय दुबे की रिपोर्ट
.केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार एवं नाबार्ड विभाग के संयुक्त तत्वाधान में गठित किसान उत्पादक संगठन के संयोजन मे क्षेत्र के सिंघाड़ा उत्पादक किसानों की बैठक
गोसलपुर कार्यलय में आयोजित की गई बैठक को संबोधित करते हुए किसान उत्पादक संगठन के संचालक प्रदीप तिवारी हेमचंद असाटी विवेक तिवारी ने कहा की सिंघाड़ा उत्पादन में सिहोरा एशिया की सबसे बड़ी मंडी कहलाती है सिंघाड़ा का उत्पादन हमारे क्षेत्र में बहुतायत मात्रा होता है ।परंतु विगत काफी वर्षो से सिंघाड़े में अज्ञात रोगों की वजह से यह धंधा सिंघाड़ा उत्पादक किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा जिस कारण उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है।
और सही मूल्य भी नही मिल रहा क्योंकि किसानों को समय पर बीजारोपण दवा छिड़काव व माकेर्टिंग प्रसंस्करण शासन की योजनाएं की जानकारियां न मिल पाने के कारण लगातार घाटे के
कारण इस धंधे से किसानों का मोहभंग होता जा रहा है ।और किसान कर्ज के बोझ तले दब रहा है इसी लिहाज से जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील का चयन सिंघाड़ा उत्पादक कृषक समूह के
रूप में किया गया है ।यह सिंघाड़ा उत्पादक किसानों के लिए बड़ी उपलब्धि है ।एफपीओ के माध्यम से किसानों को आर्थिक सहायता के साथ विषय विशेषज्ञों का उचित मार्गदर्शन योजनाओं की
जानकारी एवं सिंघाड़ा का महानगरों देश-विदेश मे उचित दाम मिल सकेगा ।निश्चित रूप से किसान उत्पादक संगठन किसानों के लिए वरदान
साबित होंगे इस मौके पर सतीष असाटी मनीष पालीवाल महेश तिवारी राकेश बर्मन,अनिल बर्मन,मौजी लाल बर्मन,नरेंद्र वर्मन,रामस्वरूप बर्मन रमेश बर्मन, विजय वर्मन जितेंद्र वर्मन सतीश बर्मन गुलाब बर्मन सागर बर्मन रामजी बर्मन रमेश वर्मन संतोष बर्मन मदन लाल बर्मन सहित लगभग दो दर्जन गांव के सिंघाड़ा उत्पादक किसान बैठक में शामिल थे