सदस्यों ने दिये सड़कों की मरम्मत के सुझाव
जबलपुर
दुर्गोत्सव, पंजाबी दशहरा, विजयदशमी और दीपावली के त्यौहारों पर व्यवस्थाओं को लेकर शांति समिति की बैठक पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय की अध्यक्षता में आज मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में संपन्न हुई। बैठक में बताया गया कि जबलपुर के दुर्गोत्सव एवं दशहरा चल समारोह की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है, इसका अलग सांस्कृतिक महत्व है और अपनी भव्यता के लिए यह देशभर में जाना जाता है।
शांति समिति की बैठक में सदस्यों ने त्यौहारों के दौरान संवदेनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने, पेयजल और प्रकाश के समुचित इंतजाम करने, विद्युत की निर्वाह आपूर्ति सुनिश्चित करने, जुलूस मार्गों के रखरखाव, बिजली के झूलते तारों को व्यवस्थित करने, धार्मिक स्थलों और विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा एवं साफ-सफाई तथा यातायात की पुख्ता व्यवस्था के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिये। समिति के सदस्यों ने त्यौहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने में प्रशासन को हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया तथा अशांति पैदा करने का प्रयास करने वाले तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का आग्रह किया। बैठक में सप्तमी, अष्टमी और नवमी पर गरबा के आयोजनों को प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया गया। विसर्जन जुलूसों में डीजे के इस्तेमाल पर भी रोक लगाने की मांग सदस्यों द्वारा की गई। बड़ी खेरमाई मंदिर और बूढ़ी खेरमाई मंदिर के आस-पास प्रकाश के समुचित इंतेजाम करने का सुझाव भी बैठक में दिया गया।
सदस्यों ने कहा कि दुर्गोत्सव के दौरान आयोजित किये जाने वाले भंडारो को सड़क के किनारे इस तरह व्यवस्थित किया जाये, ताकि आवागमन में किसी तरह का व्यवधान न हो। दशहरा चल समारोह में किसी तरह की रूकावट न हो इसके लिए भी स्वागत मंच लगाने वाली समितियों को अवश्यक दिशा निर्देश दिये जाने की जरूरत बताई गई। बैठक के माध्यम से दुर्गोत्सव समितियों एवं धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजकों से आग्रह किया गया कि भंडारो के आयोजनों के दौरान आम जन जीवन को किसी तरह की असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखें।
शांति समिति की बैठक में विसर्जन स्थलों पर भी सुरक्षा, प्रकाश एवं साफ-सफाई के पुख्ता इंतजाम करने के सुझाव सदस्यों द्वारा दिये गये। ग्रामीण क्षेत्रों में नहरों में प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाने का सुझाव सदस्यों द्वारा दिया गया। सदस्यों ने कहा कि यदि नहरों में प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक नहीं लगाई जा सकती है तो सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त किये जाने चाहिए। सदस्यों ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब के अवैध कारोबार पर सख्ती से रोक लगाने की मांग रखी तथा दुर्गोत्सव के दौरान शहर के साथ-साथ जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के सुझाव बैठक में दिये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने शांति समिति के सदस्यों को आश्वस्त किया कि त्यौहारों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त सुनिश्चित किये जायेंगे। पुलिस अधीक्षक ने बैठक में दिये गये सुझावों पर अमल सुनिश्चित करने थाना स्तर एवं एसडीएम स्तर पर भी शांति समिति की बैठके बुलाने के निर्देश दिये और इन बैठको में दुर्गा उत्सव समितियों के पदाधिकारियों को आमंत्रित करने कहा। कलेक्टर के प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में मौजूद संयुक्त कलेक्टर एवं एसडीएम गोरखपुर अनुराग सिंह ने कहा कि शांति समिति के सदस्यों से मिले सुझाव पर समुचित कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि जबलपुर के दशहरा की ख्याति देशभर में है, इसे और कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इस दिशा में सभी को मिलकर सकारात्मक प्रयास करने होंगे।
बैठक में पंजाबी दशहरा में आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। बैठक में शांति समिति के सदस्यों में पूर्व विधायक श्री संजय यादव, पूर्व मंत्री सुश्री कौशल्या गोंटिया, सर्वश्री मुकेश राठौर, ताहिर खान, शरद काबरा, शरण चौधरी, प्रमोद पटेल एवं पंजाबी हिन्दु एसोसिएशन के प्रतिनिधि तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आयूष गुप्ता एवं जितेन्द्र सिंह, नगर निगम के अपर आयुक्त विद्याधर वाजपेयी, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री सुनील अरोरा, सभी एसडीएम एवं सीएसपी और थाना प्रभारी भी मौजूद थे।