सदस्यों ने दिये साफ-सफाई, बिजली,पानी और सड़कों की मरम्मत के सुझाव
जबलपुर
दुर्गोत्सव, पंजाबी दशहरा, विजयदशमी, गरूनानक जयंती और दीपावली के त्यौहारों पर व्यवस्थाओं को लेकर आज शनिवार को अयोजित की गई शांति समिति की बैठक में शहर के नागरिकों से इन त्यौहारों को परम्परागत उत्साह, शांति और सदभाव से मनाने की अपील की गई। कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह की उपस्थिति में पुलिस कंट्रोल रूम में संपन्न हुई इस बैठक में बताया गया कि जबलपुर के दुर्गोत्सव एवं दशहरा चल समारोह की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है, इसका अलग सांस्कृतिक महत्व है और अपनी भव्यता के लिए यह देशभर में जाना जाता है। बैठक में विधायक श्री लखन घनघोरिया विशेष रूप से मौजूद थे।
शांति समिति की बैठक में सदस्यों ने त्यौहारों के दौरान संवदेनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने, पेयजल और प्रकाश के समुचित इंतजाम करने, विद्युत की निर्वाह आपूर्ति सुनिश्चित करने, जुलूस मार्गों के रखरखाव, धार्मिक स्थलों और विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा एवं साफ-सफाई तथा यातायात की पुख्ता व्यवस्था के बारे में महत्वपूर्ण सुझाव दिये। समिति के सदस्यों ने त्यौहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाये रखने में प्रशासन को हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया तथा अशांति पैदा करने का प्रयास करने वाले तत्वों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने का आग्रह किया। बैठक में सप्तमी, अष्टमी और नवमी पर गरबा के आयोजनों को प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया गया। शांति समिति के सदस्यों ने इस बार गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन एक ही दिन करने की धर्मगुरूओं एवं प्रशासन द्वारा की गई संयुक्त पहल की सराहना भी बैठक में की।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने बैठक में समिति के सदस्यों से मिले सभी सुझावों को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने गणेश उत्सव एवं ईद मिलाद-उन-नबी के दौरान मिले सहयोग के लिये सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुये अपेक्षा की कि आने वाले त्यौहारों में भी उनसे इसी तरह का सहयोग मिलेगा। श्री सक्सेना ने दुर्गोत्सव समितियों एवं धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजकों से आग्रह किया कि आयोजनों के दौरान आम जन जीवन को किसी तरह की असुविधा न हो इसका भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि इन त्यौहारों पर महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा और मंदिरों के आस-पास स्पेशल पुलिस फोर्स तैनात की जायेगी।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर श्री सक्सेना ने त्यौहारों के मद्देनजर प्रशासनिक स्तर पर किये जाने वाले इंतजामों की जानकारी दी। उन्होंने नगर निगम और विद्युत विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे समय रहते दशहरा चल समारोह के मार्गों का निरीक्षण कर लें और जहां भी बिजली के तार झूलते दिखाई दें उन्हें ऊपर करें। श्री सक्सेना ने अधिकारियों को थाना स्तर पर डीजे संचालकों की भी अलग से बैठक बुलाकर निर्धारित मापदंड का पालन करने की हिदायत देने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने खेरमाई मंदिर और बूढ़ी खेरमाई मंदिर के आस-पास प्रकाश के समुचित इंतेजाम करने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। उन्होंने दुगोत्सव आयोजन समितियों से दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन नदी में करने की बजाये विसर्जन कुंडो में ही करने का आग्रह किया।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बैठक में शांति समिति के सदस्यों को आश्वस्त किया कि त्यौहारों के दौरान सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त सुनिश्चित किये जायेंगे। उन्होंने दुर्गा पंडालों की सुरक्षा के लिए दुगोत्सव समितियों से पंडालों के आस-पास सीसीटीव्ही कैमरे लगाने का आग्रह भी किया। श्री सिंह ने शांति समिति की बैठक में दिये गये सुझावों पर अमल सुनिश्चित करने थाना स्तर एवं एसडीएम स्तर पर अधिकारियों की बैठके बुलाने के निर्देश दिये। उन्होंने अपराधिक तत्वों के विरूद्ध बाउण्ड ओव्हर की कार्यवाही करने की हिदायत भी अधिकारियों को दी।
बैठक में पंजाबी दशहरा के आयोजन तथा गुरूनानक जयंती पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर नाथूराम गौड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री सोनाक्षी सक्सेना, आनंद कलादगी एवं प्रदीप शेंडे, नगर निगम एवं पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी, सभी एसडीएम एवं सीएसपी और थाना प्रभारी तथा शांति समिति के सदस्यों में सुश्री कौशल्या गोंटिया, सर्वश्री मुकेश राठौर, रवि गुप्ता, प्यारे साहब, ताहिर खान, शरद काबरा, साबिर उस्मानी, शरण चौधरी, दिलीप पटेल, ऋषिकेश पटेल, गोविंद गंज रामलीला समिति के संरक्षक विनय शराबगी एवं राकेश पाठक, पंजाबी हिन्दु एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र पाल मलिक, सरबजीत सिंह रील, दलवीर सिंह जस्सल, डॉ. राजीव ओबेराय, मुबारक अली कादरी भी मौजूद थे।