प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में आज मानस भवन में आयोजित “स्वच्छता संस्कार-सफाई साथी आपके द्वार” के शुभारंभ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
जबलपुर
इस दौरान विधायक श्री अजय बिश्नोई,श्री सुशील तिवारी एंड,श्री नीरज सिंह ठाकुर,श्री संतोष बरकड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री आशा मुकेश गोटियां तथा भाजपा के ग्रामीण श्री राजकुमार पटेल सहित कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना,सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक गहलोत, जनपद सीईओ सहित गणमान्य नागरिक व पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री पटेल ने कहा कि लगातार स्वच्छता अभियान चलने से इसके प्रति लोगों की धारणा बदली है और स्वच्छता को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया जा रहा है। उन्होंने स्वच्छता को लेकर की प्रेरक उदाहरण देते हुये कहा कि संपूर्ण स्वच्छता में जन सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में मन: स्थिति में सुधारना होगा और इस काम को रोजगार पर ध्यान में रखकर स्वीकार करना होगा।साथ इस कार्य में नवीन तकनीक के उपयोग के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने आशा वक्त किया कि एक दिन जबलपुर स्वच्छता की दिशा में नया मुकाम हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि सभी को यह प्रयास करना चाहिए कि राष्ट्रीय पर्वों के दो दिन पूर्ण अपने-अपने गांव को पूरा स्वच्छ रखे। उन्होंने कहा कि 2026 में सभी जगह से यह ध्वनि आए की सफाई मित्र पुरस्कार लेने गए हैं। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि स्वच्छता अभियान निरंतर जारी रहेगा।वे स्वयं 3- 4 माह हमें व्यक्तिगत रूप से बैठकर इस कार्य का फीडबैक लेंगे। जनसहभागिता से मध्यप्रदेश का यह पहला स्वच्छता संस्कार-सफाई साथी आपके द्वार कार्यक्रम निश्चित ही सफल होगा।
कार्यक्रम के दौरान विधायक श्री अजय विश्नोई, श्री सुशील तिवारी इंदु,श्री संतोष बरकड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आशा मुकेश गोटिया,भाजपा के ग्रामीण अध्यक्ष श्री राजकुमार पटेल ने भी अपने प्रेरक उद्बोधन देकर स्वच्छ्ता की महत्ता को बताया। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने एसएचजी के लखपति बहनों को 2.25 करोड़ के सीसीएल वितरण भी किए।साथ ही सफाई साथियों को स्वच्छता किट प्रदान कर स्वच्छता संस्कार-सफाई साथी आपके द्वार का लांच भी किया। कार्यक्रम में सभी ने उत्साहपूर्वक “हर घर तिरंगा, स्वतंत्रता का उत्सव, स्वच्छता के संग” के भाव से प्रेरित होकर तिरंगा लहराया।