नगर परिषद मझौली की चुप्पी पर उठे सवाल
मझौली (जबलपुर)
नगर परिषद मझौली के कार्यालय के ठीक सामने बनी **सीसी रोड पर अवैध अतिक्रमण का सिलसिला unabated जारी है, लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि नगर परिषद के अधिकारी और कर्मचारी **जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि नगर परिषद मझौली का अमला
अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई करने की बजाय मौन सहमति दे रहा है।
सूत्रों के अनुसार नगर परिषद कार्यालय से महज कुछ कदम की दूरी पर बनी इस सीसी रोड पर दुकानदारों द्वारा पक्के ठेले, शेड, फर्नीचर, सीढ़ियां और अन्य निर्माण कर सड़क की चौड़ाई कम कर दी गई है, जिससे राहगीरों, स्कूल जाने वाले बच्चों और वाहनों को भारी असुविधा हो रही है।
स्थानीय निवासी रमेश पटेल ने बताया, “नगर परिषद के कर्मचारियों की रोज इसी सड़क से आवाजाही होती है, लेकिन आज तक किसी ने अतिक्रमण हटाने की कोशिश नहीं की। लगता है जैसे परिषद खुद ही इसके आगे नतमस्तक हो गई है।”
यह हाल तब है जबकि शहरी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व, पुलिस और नगर परिषद की संयुक्त टीमें गठित की जाती हैं, परंतु मझौली में कार्रवाई न होने के पीछे मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है।
कानूनी प्रावधानों के अनुसार शासकीय भूमि या सार्वजनिक मार्ग पर किया गया निर्माण अवैध है और इसके लिए नगर परिषद को नोटिस जारी कर 7 दिनों के भीतर कार्रवाई करनी होती है परंतु ऐसा प्रतीत होता है कि मझौली नगर परिषद की प्राथमिकता अब नागरिक सुविधा नहीं बल्कि राजनीतिक दबाव या व्यक्तिगत समझौते बन गई है।
नागरिकों ने मांग की है
कि सीसी रोड पर हुए सभी अतिक्रमण की सर्वे सूची बनाई जाए और परिषद की निष्क्रियता की जांच कर जिम्मेदार कर्मचारियों पर **प्रशासनिक कार्यवाही** हो।
इनका कहना है
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है, कार्रवाई की जाएगी।
लक्ष्मी नारायण राजपूत
राजस्व विभाग (नप)