पुस्तक मेला 20 से 25 मार्च तक लगाये जायेंगे अभिभावकगण पुस्तक मेले में आकर पुस्तकें खरीद सकते हैं
दमोह
उन स्कूलों को धन्यवाद दिया जिन्होंने एन.सी.आर.टी. की किताबों को चलाने का निर्णय अपने स्कूल में लिया
फीस अधिनियम के अंतर्गत निजी विद्यालयों में फीस के निर्धारण, स्कूल की किताबें, कॉपी और यूनिफॉर्म आदि के संबंध में लगातार कार्रवाई की जा रही हैं। इसी सिलसिले में अभी एक बड़ी कार्रवाई प्रारंभ की है, जिसके संबंध में आदेश जारी हो रहे हैं। अभी तक सेंट नॉर्बर्ट्स स्कूल, गुरु नानक स्कूल एवं साइनिंग स्टार स्कूल के आदेश जारी किए गये हैं। यह आदेश बेसिकली इस बात के लिए है कि सत्र 2025-26 में कक्षा वार कक्षा पहली से बारहवीं तक कौन-कौन सी किताबें चलेंगी, इन स्कूलों में बड़ी खुशी है बताते हुए कि इन तीनों स्कूलों ने एन.सी.आर.टी. की किताबों को अडॉप्ट किया है, पहली से लेकर के बारहवीं तक इसका मतलब यह है की और किसी बोर्ड की किताब या किसी निजी पब्लिसर की किताब इन तीन स्कूलों के अंदर उपयोग नहीं की जाएंगी, केवल एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों का उपयोग किया जाएगा। गुरुनानक स्कूल में पंजाब सरकार का जो बोर्ड है, क्योंकि वहाँ पंजाबी भाषा की किताब है, तो वो पंजाब सरकार के बोर्ड से ली गई है। जो आदेश जारी किया है उसमें इन किताबों की पूरी जानकारी, इनकी कीमत सब कुछ तय की गई है।
जिले के अभिभावकों से आग्रह करते हुये कहा है कि जो किताबें निर्धारित की गई हैं, पहली से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए की गई है, सभी किताबें एन.सी.ई.आर.टी. या स्टेट बोर्ड की किताबें हैं, सबके मूल्य निर्धारित हैं, उसका एक आदेश जारी कर दिया गया है। इन किताबों के अलावा कोई भी किताब आप कदापि ना खरीद करें, यह जो आदेश जारी किए हैं, स्कूलों की सहमति के आधार पर जारी किए हैं और स्कूल इसमें पूरी तरह से सहमत हैं, इसीलिए स्कूल भी अब आपको फोर्स नहीं करेंगे कि इनके अलावा और कोई किताब आप खरीदें, तो किसी भी स्थिति में अभिभावकगण इन किताबों के अलावा कोई किताब नहीं खरीदें, चाहे आपके ऊपर कोई कैसा भी दबाव बनाए, इस बात का आपको विशेष ध्यान रखना है। यदि आपको कोई मजबूर करता है तो दमोह हेल्पलाईन नंबर 07812-350300 पर तत्काल आप शिकायत दर्ज कराये, हम ऐसे व्यक्तियों या विद्यालयों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे।
एन.सी.ई.आर.टी. की किताबें अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं, सारे ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स पर किताबें बिकती हैं, एनसीईआरटी के पोर्टल पर किताबें उपलब्ध हैं, आप उनका भी इस्तेमाल कर सकते हैं, बाजार से खरीदने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप किताब ऑनलाइन क्रय कर सकते हैं। लेकिन यदि आपको किताब ऑनलाइन क्रय नहीं करनी है तो पुस्तक मेला 20 से 25 मार्च तक लगायेंगे, अभिभावक इस पुस्तक मेले में आकर किताबें खरीद सकते हैं और यह सारी किताबें एन.सी.ई.आर.टी. की एम.आर.पी. में बिकती है और इसका मूल्य बिलकुल निर्धारित है। इसलिये कोई भी दिक्कत खरीदने में नहीं आनी चाहिए। ये किताबें बहुत सस्ती भी हैं और ऑथेंटिक भी हैं तो आप ये किताबे किसी भी पुस्तक विक्रेता से खरीद सकते हैं, कहीं से खरीदने की कोई बाध्यता नहीं है। अभी हमने यह तीन स्कूलों के लिए जारी किए हैं, लगातार बाकी स्कूलों के लिए भी यह आदेश जारी किये जा रहे है। इन आदेशों को ध्यान से देखते रहिये, जिस स्कूल में आपके बच्चे पढ़ते हैं, उसके लिए आदेश जरूर देखते रहिये, सोशल मीडिया आदि पर सब जगह आदेश उपलब्ध रहेंगे, उसी के अनुसार आपको किताबें खरीदनी हैं, आपको किसी के प्रेशर में नहीं आना है, क्योंकि यदि आप प्रेशर में आए तो हमारा पूरा उद्देश्य विफल हो जाएगा, तो इस बात का आप ध्यान रखें।
तीनो स्कूलों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने इस बार एक बड़ा कदम उठाते हुए केवल और केवल एन.सी.ई.आर.टी. की किताबों को चलाने का निर्णय अपने स्कूल में लिया है और वह भी कक्षा पहली से बारहवीं तक। पहले यह होता था कि यह स्कूल कक्षा नौवीं से बारहवीं में एन.सी.ई.आर.टी. चलाते थे। इस बार इन लोगों ने पहली से बारहवीं तक एन.सी.ई.आर.टी. चलाई है, जिसके लिए मैं इनकी प्रशंसा करता हूँ और आशा करता हूँ कि आप सभी इस निर्णय से लाभान्वित होंगे।