जनपद पंचायत मझौली की ग्राम पंचायत झिंगरई का मामला :
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सांसद और विधायक को कई बार दिया आवेदन, मतदान बहिष्कार को लेकर एसडीएम को दिया ज्ञापन
रोड नहीं तो वोट नहीं” ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार जनपद पंचायत मझौली की ग्राम पंचायत झिंगरई का मामला
मझौली
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के बीच जनपद पंचायत मझौली की ग्राम पंचायत झिंगरई के ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का एलान कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के 74 साल बाद भी हमारे गांव में आवागमन के लिए डेढ़ किलोमीटर रोड का निर्माण नहीं हो पाया जिसकी सूचना विगत कई सालों से लगातार दी जा रही है। ऐसे में उनके सामने अब मतदान बहिष्कार के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा है। ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए एसडीएम सिहोरा आशीष पांडे को इस संबंध में एक ज्ञापन भी सौंपा।
है पूरा मामला
ग्राम के महेंद्र पटेल, बृज मोहन पटेल, आशीष पटेल, सुरजीत पटेल, विपिन पटेल ने बताया कि ग्राम घाट सिमरिया गांव से झिंगरई गांव तक पहुंच मार्ग के लिए आज तक पक्की रोड का निर्माण नहीं हो पाया है। गांव में पक्की रोड नहीं होने के कारण बरसात में ग्रामीणों का आवागमन बहुत मुश्किल से हो पाता है। जिससे बच्चों की पढ़ाई व किसानों को उपज लाने ले जाने में बहुत परेशानियों का सामना करना है। इसको लेकर विधायक और सांसद तक कई बार ग्रामीणों ने सड़क निर्माण के लिए आवेदन दिया लेकिन आज तक गांव को पक्की सड़क नसीब नहीं हुई। ऐसे में ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि वह पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे और बहिष्कार स्वरूप मतदान नहीं करेंगे।
प्रसव के समय माताओं को करना पड़ता है भारी दिक्कतों का सामना
ग्रामीणों ने बताया कि कच्ची रोड के कारण किसान और विद्यार्थियों को तो परेशानी झेलनी पड़ती है सबसे ज्यादा परेशानी माता और बहनों को प्रसव के समय होती है, जब कच्ची सड़क होने के कारण 108 और 100 नंबर गाड़ी गांव नहीं पहुंच पाती। इसलिए समस्त ग्राम वासियों और मतदाताओं ने पंचायत चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। इसको लेकर हम सभी लोगों ने अनुविभागीय अधिकारी सिहोरा आशीष पांडे को चुनाव बहिष्कार को लेकर एक सूचना और ज्ञापन भी दिया है।