क्या थाना प्रभारी संजय मंडलोई के संरक्षण में पल रहे हैं भ्रष्ट कर्मचारी
शुजालपुर
शुजालपुर पुलिस प्रशाशन के उच्च अधिकारी हमेशा चाहते हैं की अवैध कारोबार पर पूरी तरह रोक लगे ताकि शहर मैं शांति बनी रही मगर उनकी मेहनतो पर भ्रष्ट पुलिस कर्मी अपनी हरकतों से बाज नही आते ओर पुलिस प्रशासन की छबि को धूमिल करके पैसा कमाने का काम करते तो वही मंडी थाने में दिन प्रति दिन घूसखोरी के मामले सामने आते रहते हैं । मगर अब तक अलग ही मामला जहा अवैध कारोबार को प्रधान आरक्षक, रंजित भानेरिया,आरक्षक जीतेंद्र भानेरिया, उन्होंने ने पुलिस प्रशासन की छबि धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी हमने हमारे पाठको पिछले अंक में प्रकाशित सामाचार में ये भ्रष्ट पुलिस आरक्षको की काली करतूतें उजागर किया गया था मगर ये घुसखोर ती प्रधान आरक्षक, रंजीत भानेरिया आरक्षक जितेन्द्र भनेरिया , मनोज यादव, तीनो मंडी थाने में सर्प की तरह कुंडली मारकर थाने में बैठे हैं।सोचनीय विषय ये भी है की इन भ्रष्टों के ऊपर पुलिस अधीक्षक भी कार्रवाई करने में क्यों कतरा रहे ये भी आम जन के मुंह पर चर्चा का विषय बना हुआ है इन जैसे भृष्टो पर कार्यवाही नही करके पुलिस प्रशासन खुद जनता की निगाहों में गिरता जा रहा वही देखा जाए तो सूत्रों कै द्वारा प्रधान आरक्षक रंजीत भानेरिया को सटोरियों ने कम पैसे दिए जिसको प्रधान आरक्षक पैसे फेक रहा है और बोल रहा की लूंगा 5000 हज़ार ही चाहे मेरा ट्रांसफर करवा दो पुलिस कर्मी अपनी ली हुई शपथ को भूल कर चन्द पैसों में अपना ईमान धर्म बेचकर किस तरह खाकी को बदनाम कर रहे और किस हद तक जा रहे हैं।यह एक जीता जागता उदाहरण है।क्योंकि जो जनता की सेवा वा रक्षा करने वाले ही चंद पैसों में अपना ईमान बेच रहे वही प्रधान आरक्षक रंजीत भानेरिया का एक पैसे की बात चीत का आडियो भी शोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है।