वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश में शराब ठेकेदारों की मनमानी और पैकार पर अंकुश लगाने में नाकाम दिखी शिवराज सरकार
भोपाल
प्रिंट रेट से ज्यादा पर सामग्री बेचने वाले कारोबारी पर कार्यवाही की बात कर रही है तो वही गरीब की मदिरा जो अब तक राजधानी भोपाल में देशी मदिरा का 60रू मे मिलने वाला क्वाटर वही भोपाल के लाइसेंसी ठेकेदार ने 10 रुपये प्रिंट से भी ज्यादा पर बेचना शुरू कर दिया है ?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है । धड़ा धड़ छापेमारी की जा रही है हर गांव व शहरो में
वही दूसरी ओर मध्यप्रदेश में शराब ठेकेदारों द्वारा प्रिंट रेट से अधिक में शराब बेची जा रही है ना ही कोई बिल दिए जा रहे हैं और ना ही गांव गली मुहल्ले की पैकार बंद की जा रही है। हर गली मुहल्ले में शराब बेची जा रही है। आखिर इन ठेकेदारों के द्वारा जो पेकार चलाएं जा रहें हैं हर गांव गली मुहल्ले में इन पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं हो पा रही है।
माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा जो प्रदेश भर में शासकीय ठेके आवंटित किए गए हैं।
ठेकेदारों की मनमानी के चलते गरीबों से ₹50 प्रिंट रेट की शराब ₹70 रू में बेची जा रही है ना ही कोई बिल दिए जा रहे हैं। आपकारी एक्ट के तहत जो सरकार ने आदेश जारी किए थे समस्त शराब लेने वाले ग्राहकों को बिल दिए जाएं किसी को बिल भी नहीं दिए जा रहे हैं। यह शराब नीति लागू होने के बावजूद भी मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा जो ठेके नीलाम किए गए हैं उसमें पेकारों पर कोई छापेमारी क्यों नहीं की जा रही है सरकार पेकार दिलेरी से और बेझिझक प्रशासन के संरक्षण में शराब बेच रहे हैं। हर गांव हर गली में मध्य प्रदेश के राजधानी के अंदर भी और समस्त जिलों में समस्त शराब ठेकेदारों द्वारा पेकार के घर तक शराब पहुचाई जा रही है।
माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा जो नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है।
इस पर प्रशासन कोई कार्यवाही करेगा पेकारी बंद करबा पाएगा या यूं ही धड़ल्ले से ठेकेदार द्वारा हर गांव गली मुहल्ले में पेकारी चलाई जाएगी हर गली हर चौराहे में शराब परोसी जाएगी।