कांग्रेस विधायक कल्पना वर्मा ने सतना सांसद गणेश सिंह पर जोरदार हमला बोलते हुए कहां है कि मेरे 21 दिवस के अमेरिका दौरे की जानकारी होने एवं मेरी विधानसभा मे अनुपस्थिति होने पर मेरे द्वारा बार बार मना करने के बाद भी मेरे विधानसभा क्षेत्र मे जिस तरह से विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे
सतना
वो बिलकुल सही नही है, ग्राम करसरा,पवैया और मुडहा मे जिस तरह विद्युत सब स्टेशन का भूमि पूजन मेरी अनुपस्थिति मे किया गया है। इससे साफ पता चलता है की भाजपा के नेता उप चुनाव मे मिली करारी हार को पचा नही पा रहे है। विधानसभा रैगाँव में 22 सालों मे कितना विकाश किया है भाजपा सांसद के द्वारा किया गया है वो विधानसभा की जनता को अच्छी तरह मालूम है ।
आज विधानसभा रैगाँव में ये तीनो विद्युत सब स्टेशन करसरा, पवैया, मुड़हा क्षेत्र की आम जनता की मांग पर और मेरे अथक प्रयासों से स्वीकृत हो पाए हैं।
मैंने उपचुनाव जीतने के बाद से लगातार क्षेत्र की जनता की विद्युत समस्या निवारण हेतु करसरा, मुड़हा, पवैया में सब स्टेशन खोलने की मांग माननीय मुख्यमंत्री जी, ऊर्जा मंत्री जी से की थी।
मेरे चुनाव जीतने के एक साल बाद मेरे अथक परिश्रम से क्षेत्र की जनता की मांग को स्वीकार कर रैगाँव विधानसभा क्षेत्र में तीन उप केंद्र स्वीकृत किये गए है।
मेरी विधानसभा में यह विद्युत उपकेंद्र कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता जनार्दन के संघर्ष के कारण ही संभव हो पाया है।
जिसका झूठा श्रेय लेने का असंभव प्रयास सांसद गणेश सिंह कर रहे हैं। और राजनीति मे गलत परंपरा के तहत कार्य कर रहे है।
जिन्होंने 15-20 साल विधानसभा का विकास अवरुद्ध कर रखा था। जिनसे क्षेत्र की आम जनता असंतुष्ट रही है।
विधानसभा मे स्वीकृत उप केंद्रों के भूमिपूजन के कार्यक्रमों का आयोजन मेरी अनुपस्थित मे कराया जाना घोर निंदनीय और दूषित मानसिकता को दर्शाता है ।
साथ ही ग्राम करसरा मे कार्यक्रम के दौरान जिस तरह से जिले के सांसद ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओ के लिए अमर्यादित रूप से जिस भाषा का प्रयोग किया है ।और जनता के द्वारा निर्वाचित जन प्रतिनिधियो, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री बी.के शुक्ला जी को कार्यक्रम मे ना बोलने दिया जाना सांसद की कुंठित मानसिकता को दर्शाता है।
इसके लिए सांसद जी को सार्वजनिक तौर पर माफी मागनी चाहिये ।
सतना सांसद की इन्ही ओछी मानसिकता की वजह से उप चुनाव में करारी हार झेलनी पड़ी थी।
और आगे भी इसी तानाशाही और रैगांव की जनता के द्वारा चुनी गई महिला जनप्रतिनिधि का इस तरह अपमान का बदला यहां की जनता 2023 के आम चुनाव मे अवश्य लेगी।