जनता को समय पर सेवायें देना सभी का दायित्व,कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट में पदस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों की ली बैठक
जबलपुर, 14 दिसम्बर, 2022
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सभी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को तय समय पर कार्यालय पहुंचने तथा ड्यूटी अवधि के दौरान अपनी सीट पर मौजूद रहने के निर्देश दिये हैं। श्री सुमन आज बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सभी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की बुलाई गई बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ डॉ. सलोनी सिडाना, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा एवं सुश्री विमलेश सिंह तथा सभी विभागों के जिला अधिकारी भी मौजूद थे।
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि कलेक्ट्रेट में पदस्थ सभी अधिकारी-कर्मचारी एक परिवार की तरह हैं। सुख-दुख में सब एक दूसरे के सहभागी रहेंगे। किसी को कोई कठिनाई है तो उसका निराकरण भी किया जायेगा, यदि किसी को कोई व्यक्तिगत समस्या भी है तो उसे दूर करने के प्रयास किये जायेंगे। लेकिन आम जनता को समय पर सेवायें देने और उनकी कठिनाईयों के निराकरण को हर हाल में सर्वोच्च प्राथमिकता देना होगा। शासकीय सेवा में हमारे आने का मकसद जनता की सेवा करना है और उन्हें समय पर सेवायें उपलब्ध कराना है। हम इस दायित्व का ठीक से निर्वाह कर सकें इसके लिए समय पर कार्यालय में उपस्थिति जरूरी है। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि शासकीय अधिकारी-कर्मचारी सुबह 10 बजे के पहले अपने कार्यालय पहुंच जायें और शाम 6 बजे तक मौजूद रहे।
श्री सुमन ने बैठक में आशा व्यक्त की कि सभी अधिकारी-कर्मचारी उनके निर्देशों पर कड़ाई से अमल करेंगे तथा तय समय पर दफ्तर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि भी फिलहाल वे सभी को सचेत कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद वे शासकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण भी करेंगे तथा तय समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले तथा ड्यूटी अवधि के दौरान अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही भी करेंगे।
कलेक्टर ने बैठक में कलेक्ट्रेट स्थित सभी कार्यालयों के काम की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा आम लोगों के काम समय पर हों और उन्हें समय पर सेवाएं मिले इस ओर सभी को विशेष ध्यान देना होगा। कार्यालयों में पदस्थ प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी के नाम के साथ उनके दायित्व का उल्लेख हो ताकि किसी भी व्यक्ति को काम के लिए भटकना न पड़े। श्री सुमन ने कहा कि कार्यालय साफ-सुथरे हों और टेबलों पर फाइलों की पेंडेंसी भी न हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी कार्यालय में संसाधनों की कमी है तो इसकी जानकारी भी दी जाये ताकि उसे पूरा करने के प्रयास किये जा सकें।