महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना के मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग द्वारा पोषण पंखवाड़ा के तृतीय दिवस आज जिले के समस्त 2486 आंगनबाड़ी केंद्रों में मनाया गया।
जबलपुर
पोषण ट्रैकर पर लाभार्थी मॉड्यूल को लोकप्रिय बनाने तथा जीवन के प्रथम 1000 दिवस के महत्व थीम पर आधारित विविध गतिविधियों का आयोजन परियोजना तथा आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य पोषण की डिजिटल निगरानी, बच्चों में एनीमिया रोकथाम तथा डायरिया प्रबंधन करना है। आंगनबाड़ी केंद्र में क्षेत्र अंतर्गत बच्चों,किशोरी बालिका तथा महिलाओं को एकत्रित कर साइकिल रैली का आयोजन किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य जन समुदाय में पोषण के प्रति जागरूकता एवं सही पोषण के लिए जनसमुदाय को प्रेरित करना था। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों, किशोरी बालिकाओं तथा महिलाओं हेतु एनीमिया जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एएनएम द्वारा किशोरियों तथा बच्चों का हीमोग्लोबिन स्तर की जांच की गई और उन्हें आयरन की गोलियो और सिरप का वितरण किया गया। महिलाओं, किशोरी बालिकाओं तथा बच्चों के साथ पोषण संवाद का आयोजन भी किया गया। जिसमें पर्यवेक्षक,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम द्वारा गर्भवती, धात्री माताओ, किशोरी बालिकाओ एवं बच्चो को एनीमिया क्या है? इसके दुष्परिणाम, इसके लक्षण तथा इससे बचाव के तरीके आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की। इसके साथ ही बच्चों में दस्त प्रबंधन के लिए ओआरएस एवं जिंक अनुपूरण के महत्व पर चर्चा की गई। ओआरएस बनाने की विधि का प्रदर्शन भी किया गया। आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता, आशा तथा पर्यवेक्षक द्वारा हाथ धुलाई के 6 चरण हाथ धोने का सही तरीका का प्रदर्शन भी किया गया। विभिन्न आंगनबाड़ी केन्द्रों में बैनर तथा पोस्टर के माध्यम से पोषण ट्रैक्टर के हितग्राही माड्यूल का प्रदर्शन कर इसके महत्व के बारे में भी लोगों को अवगत कराया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गृहभेंट कर हितग्राहियों को 10 दिवसीय शारीरिक माप दिवस की जानकारी भी दी गई। एवं जन समुदाय से बच्चों के पोषण स्तर एवं पूरक पोषण आहार सेवा की निगरानी विषय पर चर्चा का आयोजन भी किया गया। पोषण पखवाड़े के दौरान विविध थीम पर आधारित गतिविधियों का आयोजन केंद्र स्तर पर 22 तारीख तक लगातार किया जाना है। इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सभी परियोजना अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।