वर्चस्व की लड़ाई को लेकर साथियों के साथ मिलकर गोली मारकर आदतन अपराधी अनिराज नायडू की हत्या करने वाला फरार कुख्यात अपराधी छोटू चौबे टीकमगढ के ग्राम खरगूपुरा से पकड़ा गया
जबलपुर
कुख्यात अपराधी छोटू चौबे के विरूद्ध 29 अपराध हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, बलवा, अवैध वसूली, आर्म्स एक्ट, घर मे घुसकर मारपीट तोडफोड जैसे संगीन अपराध है पंजीबद्ध
पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह ने फरार कुख्यात अपराधी छोटू चौबे की गिरफ्तारी पर किया था 10 हजार रूपये का ईनाम उद्घोषित
फरारी के दौरान आश्रय देने वाले एवं फायनेंसर के सम्बंध में की जा रही है पूछताछ
अपराध जिनमें गिरफ्तारी की गयी:-
थाना माढोताल अपराध क्रमांक 903/2023 धारा 302,201 भादवि
थाना ग्वारीघाट अपराध क्रमंाक 365/2023 धारा 307, 34 भादवि
नाम पता गिरफ्तार आरोपी:-छोटू उर्फ सुयश चौबे उर्फ श्रेयांश चौबे पिता शेखर चौबे उम्र 31 वर्ष निवासी स्नेह नगर मदनमहल
थाना माढेाताल अंतर्गत दिनांक 1-12-23 को ग्रीन सिटी कठौंदा कम्पोस्ट प्लांट के पास तालाब के किनारे पानी में एक व्यक्ति का शव ओंधा उतरा रहा था, मृतक के सिर एवं माथा आधा चेहरा नीचे मफलर एवं ऊपर टावल से कसकर बंधा हुआ था, शव फूला हुआ लगभग 2-3 दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। अज्ञात मृतक की शिनाख्त अनिराज नायडू उर्फ अन्ना पिता स्व. अरूण नायडू उम्र 34 साल निवासी पीर बक्स लाईन रसल चौक के पास थाना ओमती के रूप में हुई। मर्ग कायम कर जांच में लिया गया।
मर्ग की जाँच के दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मृतक अनिराज नायडू उर्फ अन्ना को फायर आर्म्स से सिर में गोली मारकर हत्या कर अपराध सबूत छिपाने की नियत से मृतक का चेहरा कपडे से बांधकर उसके शव को कठौंदा कंपोस्ट प्लांट के तालाब में फेंकना पाये जाने पर थाना माढ़ोताल में अज्ञात के विरुद्ध अपराध क्रं. 903/2023 धारा 302,201 भादवि. कायम कर विवेचना में लिया गया ।
जिले में लगे सीसीटीव्ही कैमरों को चैक किया गया परन्तु घटना स्थल कठौंदा तालाब के पास किसी प्रकार के कोई सीसीटीव्ही कैमरे लगे होना नहीं पाये गये। विवेचना के दौरान लगभग 50 साक्षियों से जो मृतक अनिराज उर्फ अन्ना नायडू के साथीदारान एवं विरोधी थे से पूछताछ की गई। इसी क्रम में दो संदेही कामरान अली व अनुश्रेय राय को तलाश किया गया तो ज्ञात हुआ कि कामरान अली व अनुश्रेय राय दोनो ही कई दिनो से अपने घर नही आए है।
दौरान पतासाजी के विश्वसनीय मुखबिरों से सूचना प्राप्त हुई कि दोनों संदेही जबलपुर से पाटन रोड में चिंहुटा गांव के पास छिपे है सूचना पर पुलिस टीम द्वारा ग्राम चुहटा में दबिश देते हुये दोनो संदेही कामरान अली वं अनुश्रेय राय को घेरांबदी करते हुए पकड़ा गया।
सघन पूछताछ करने पर कामरान अली ने बताया कि वह दिनाँक 16/11/2023 को छोटू चौबे के साथ फ्लाईट से मुंबई से जबलपुर आया था जहाँ उसे मोह. आदिल मिला। अनिराज नायडू उर्फ अन्ना पूर्व में छोटू चौबे की ही गैंग में था तथा हम सभी लोगो की अच्छी दोस्ती यारी थी, परंतु छोटू चौबे के विरोधियों के साथ अनिराज नायडू उर्फ अन्ना का उठना बैठना ज्यादा हो गया था और अनिराज उर्फ अन्ना नायडू अपनी अलग गैंग बनाकर छोटू चौबे को चुनौती देने लगा था । इसी बात से छोटू चौबे, अन्ना नायडू से शत्रुता रखने लगा था। हम तीनों ने प्लान बनाया कि अनिराज उर्फ अन्ना नायडू को अकेला पाकर उसकी हत्या कर देगें। वह अनुश्रेय राय को करीब एक वर्ष से जानता था, वह जबलपुर में आकर कई बार उसके घर पर रुकता था । दिनाँक 21/11/2023 को उसने तथा अन्ना उर्फ अनिराज नायडू ने अन्य साथियों के साथ सुबह से शराब पी और रात्रि में अनुश्रेय के घर जाकर खाना खाकर सो गए। रात्रि करीबन 02 बजे छोटू चौबे का उसके पास व्हाट्सएप पर फोन आया, छोटू चौबे से अनुश्रेय राय ने बात किया और छोटू चौबे को अन्ना नायडू की लोकेशन बताई तथा यह भी बताया कि वह शराब के नशे में सो रहा है। कुछ की देर बाद छोटू चौबे और आदिल, अनुश्रेय के घर संजीवनी नगर आए औऱ अनिराज नायडू को सोता हुआ पाकर पिस्टल से फायर कर अनिराज उर्फ अन्ना नायडू की हत्या कर दी। अन्ना के शव को चारो ने मिलकर काले रंग की स्कार्पियो की डिक्की में डालकर कठौंदा तालाब ले जाकर तालाब में फेंक दिया। हम लोगों को भरोसा था कि शव किसी को नही मिलेगा। घटना के पश्चात वह एवं अनुश्रेय राय पहले मुम्बई व उसके बाद इंदौर चले गए थे, छोटू चौबे व आदिल कहाँ गए इसकी जानकारी नही है ।
प्रकरण में आरोपी (1) कामरान अली पिता कमर रजा उम्र 22 वर्ष निवासी नया मोहल्ला थाना ओमती हाल पता आर. ए. के. पुलिस चौकी के बाजू से चार रोड दादर बड़ाला मुंबई (महाराष्ट्र), (2 ) अनुश्रेय राय पिता अश्विनी राय उम्र 18 वर्ष निवासी रुद्राक्ष पार्क लाल बिल्डिंग थाना संजीवनी नगर को विधिवत गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
फरार छोटू चौबे एवं आदिल की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी, आरोपियों के पकड़े न जाने पर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) द्वारा 10-10 हजार रुपये के नगद ईनाम की उद्घोषणा की गयी थी। फरार आरोपियेां की तलाश पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर श्रीमति प्रियंका शुक्ला (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध श्री समर वर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी माढ़ोताल श्री विपिन ताम्रकार के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच एवं थाना माढोताल की टीम गठित कर लगायी गयी।
गठित टीम को दौरान पतासाजी के विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि फरार कुख्यात अपराधी छोटू उर्फ सुयश चौबे जिला टीकमगढ कें ग्राम खरगूपुरा में लुक-छिप कर फरार काट रहा है। यह जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री आदित्य प्रताप सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में एक टीम गठित कर टीकमगढ रवाना की गयी, टीम कें द्वारा पतासाजी करते हुये ग्राम खरगूपुरा में दबिश देते हुये छोटू उर्फ सुयश चौबे को पकड़कर थाना माढोताल लाया गया, सघन पूछताछ की गयी तो आपसी रंजिश को लेकर दिनॉक 30-9-2023 को पुरानी बस्ती ग्वारीघाट में रतन यादव पर अपने साथियों रवि केवट निवासी माण्डवा बस्ती गोरखपुर, सिब्बू खान निवासी सूपाताल पहाड़ी गढा, अंकित सोनी निवासी महाराजपुर अधारताल, आदिल खान निवासी नया मोहल्ला रपटा थाना ओमती से हत्या करने की नीयत से गोली चलवाना स्वीकार किया है।
उल्लेखनीय है कि थाना ग्वारीघाट में रतन यादव की रिपोर्ट पर 365/2023 धारा 307, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था जिसमें 1 आरोपी रवि केवट उम्र 21 वर्ष निवासी माण्डवा बस्ती गोरखपुर की गिरफ्तारी की जा चुकी है। शेष फरार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है।
कुख्यात अपराधी छोटू उर्फ सुयश चौबे को हत्या के प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार करते हुये फरारी के दौरान आश्रय देने वाले एवं फायनेंसर के सम्बंध में विस्तृत पूछताछ एवं घटना में प्रयुक्त फायर आर्म्स की बरामदगी हेतु मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।
*उल्लेखनीय भूमिका:-* फरार ईनामी कुख्यात अपराधी छोटू चौबे को गिरफ्तार करने में नगर पुलिस अधीक्षक गढा श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, थाना प्रभारी माढ़ोताल श्री विपिन ताम्रकार, उप निरीक्षक विजय पुष्पकार, उप निरीक्षक विनोद पाठक चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर, सहायक उप निरीक्षक राजेश शुक्ला थाना गढा, थाना माढेाताल के आरक्षक शशि एवं कुनाल, क्राईम ब्रांच के आरक्षक मोहित, अनूप, आरक्षक रंजीत यादव चौकी धनवंतरी नगर, आरक्षक जावेद मंसूरी थाना गढा व सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल एवं आरक्षक सौरभ शुक्ला की सराहनीय भूमिका रही।