जिले में जलगंगा संवर्धन अभियान के तहत 1358 खेत तालाब बनाए जा रहे हैं
कटनी
इनके माध्यम से बारिश के पानी को सहेजने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही खेत तालाबों के बन जाने के बाद किसानों को सिंचाई के लिए आसानी से पानी मिलने लगेगा। बारिश का पानी बहने के बजाय खेत तालाब में संरक्षित होकर जमीन में जाएगा। इससे आसपास के भू-जल स्तर में भी बढ़ोतरी होगी।
अभी बीते सप्ताह हुई असमय बेमौसम बारिश के दौरान विकासखंड रीठी के पहाड़ी और तलहटी वाले क्षेत्रों में स्थित नव निर्मित और निर्माणाधीन खेत तालाबों में पानी भर गया है। ग्राम पंचायत वसुधा के पंचायत सचिव जमील खान ने बताया कि इसमें ग्राम पंचायत वसुधा के ग्राम चिरहुला में सुदामा पिता निरंजन के खेत में मनरेगा योजना से 4 लाख 20 हजार रूपये की लागत से बन रहे खेत तालाब में भी पानी भर गया है। इस खेत तालाब के निर्माण में अब तक 2 लाख 42 हजार रूपये खर्च हुए हैं और 1 हजार 320 मानव दिवसों का रोजगार सृजित हुआ है।
इसी प्रकार ग्राम चिरहुला के ही सौखीलाल पिता बुद्धू चौधरी के खेत में बन रहे तालाब में भी वर्षा जल संरक्षित हो गया है। इस खेत तालाब के निर्माण में अब तक 3 लाख 15 हजार रूपये व्यय हुए है और 1 हजार 535 मानव दिवसों का रोजगार सृजित हुआ है।
सिंचाई के साथ कर सकेंगे मछली पालन
विकासखंड रीठी के ग्राम पंचायत वसुधा के किसान सुदामा और सौखीलाल चौधरी ने बताया कि फसलों की सिंचाई के लिए पानी की सुविधा नहीं थी लेकिन अब खेत तालाब से फसलों की वे 2 से 3 बार सिंचाई कर सकेंगे। साथ ही मछली पालन और सिंघाड़ा की खेती आदि कार्य कर अतिरिक्त आमदनी भी अर्जित कर सकेंगे। किसानों ने गांव में खेत तालाब बनने पर खुशी व्यक्त की।