गाँव-किसान-छात्र-जवान की तरक्की व सम्मान में किये उत्कृष्ट कार्य
लखनऊ।
भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.लौटनराम निषाद ने मुलायम सिंह यादव”नेताजी” को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए महान नेता बताया।कहा कि नेता जी के जाने से भारतीय राजनीति में जो रिक्तता आयी है,उसे कोई राजनीतिज्ञ भर नहीं पायेगा।उन्होंने कहा कि नेताजी के व्यक्तित्व-कृतित्व उच्च कोटि का था।पूरे देश मे सुभाष चंद्र बोस जी के बाद भारतीय राजनीति में किसी को नेताजी उपनाम मिला,वे मुलायम सिंह यादव जी ही थे।उन्हीं की देन थी कि मिसाइलमैन भारतरत्न डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम जी राष्ट्रपति, मान्यवर कांशीराम जी लोकसभा सांसद व फूलनदेवी सांसद बनीं।उन्होंने गाँव-किसान,छात्र-जवान की तरक्की व सम्मान के लिए उत्कृष्ट कार्य कार्य किये।उन्होंने पिछडों,दलितों,वंचितों को मान व जुबान दिए।
निषाद ने कहा कि नेताजी पंचायतीराज अधिनियम व नगरीय पंचायत अधिनियम लागू नहीं करते तो यादव,कुर्मी,जाट,निषाद, लोधी के अलावा कोई अतिपिछड़ा,अकलियत व दलित ग्रामप्रधान,ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर,चेयरमैन,पार्षद बनने का सपना भी नहीं देख पाता।नेताजी के निर्णय की देन है कि आज वाल्मीकि,गोंड़,खरवार, धरकार,डोम, बसोर,खटिक,मुसहर,लोहार,कुम्हार,बारी, नाई, धोबी,पासी आदि भी आज प्रधान,ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्ष, सदस्य,चेयरमैन,सभासद आदि बन रहे हैं,राजनीतिक सम्मान पा रहे हैं।नेताजी ने मुफ्त पढ़ाई-मुफ्त दवाई-मुफ्त सिंचाई,कन्या विद्याधन योजना,शादी अनुदान योजना, किसान दुर्घटना बीमा योजना,मछुआ दुर्घटना बीमा योजना,फसल बीमा योजना शुरू किए।नेताजी गँवई पृष्ठभूमि से निकलकर आये थे,इसलिए उन्हें पिछड़ों,दलितों,वंचितों,छात्र-नौजवानों,किसानों की तकलीफ़ का ध्यान था।रक्षामंत्री रहते हुए उन्होंने सेना में महत्वपूर्ण सुधार किए।शहीद जवानों की पहले उनके पैतृक गाँव सिर्फ़ टोपी आती थी,नेताजी ने शहीदों के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ उनके गाँव पहुँचा कर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि करवाने,शहीद परिवार को 10 लाख की सहायता,गैस एजेंसी,पेट्रोल पंप देने के साथ शहीद द्वार बनवाने व शहीद की प्रतिमा लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित किये।”देखन में छोटन लगे,घाव करे गम्भीर” वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए नेताजी ने जनहित में जो कार्य किये वह किसी के बश की बात नहीं थी,तभी तो हर दल के बड़े से बड़े नेता शोक संवेदना व्यक्त किये।
नेताजी ने सामाजिक बुराइयों,कुरीतियों को भी दूर करने का उत्कृष्ट कार्य किये।मृत्युभोज जैसी कुप्रथा से अधिकांश गरीब परिवार कर्जदार हो जाते थे,इसलिए नेता जी अपने मित्र दर्शन सिंह यादव के साथ मिलकर मृत्युभोज/ब्रह्मभोज जैसी कुरीति को दूर करने के लिए जनजागरण का कार्य किये।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से अंग्रेजी की अनिवार्यता को खत्म करना व प्रतियोगी परीक्षा का माध्यम हिंदी भी करना ग्रामीण परिवेश के प्रतियोगियों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय था।