संतुलित आहार-स्वस्थ जीवन का आधार- कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य
शहडोल
कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कहा है कि संतुलित आहार-स्वस्थ जीवन का आधार है। ऋषि-मुनियों का कथन है “पहला सुख-निरोगी काया” अर्थात जिस व्यक्ति का शरीर स्वस्थ है, रोग रहित है, वह व्यक्ति सबसे सुखी है। जिले में एक सितम्बर से राष्ट्रीय पोषण माह का आरंभ हुआ है, जो 30 सितम्बर तक चलेगा। कुपोषण को कम करने और पोषण स्तर में सुधार के लिए सबकी भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए पोषण जागरूकता को जन-आंदोलन का रूप देने की आवश्यकता है। उक्त निर्देश कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के विराट सभागार में राष्ट्रीय पोषण माह संबंधित बैठक में दिए।
कलेक्टर श्रीमती वैद्य ने कहा कि पोषण माह में आँगनवाड़ी स्तर पर विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जाएं। जन-प्रतिनिधि, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी तथा जन-सामान्य इन गतिविधियों में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र का संचालन, समुदाय सदस्यों के साथ गतिविधि, रैली एवं प्रभात फेरियों का आयोजन कर गृह भेंट, पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा, सहयोगी विभागों के समुदाय स्तर की गतिविधि आदि का आयोजन किया जाए।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने कलेक्टर को जानकारी देते हुए बताया कि पोषण माह में प्रत्येक दिवस परियोजना स्तर पर तीन से चार गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है तथा जिला स्तर पर प्रत्येक सप्ताह न्यूनतम चार कार्यक्रम का आयोजन अर्थात प्रत्येक सप्ताह चार थीमों पर गतिविधियां आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य बालक स्पर्धा का आयोजन जिले में 15 सितंबर 2022 को किया जाएगा इस हेतु पृथक से दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने समस्त संबंधित विभाग से सहयोग की अपील की।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा के अंतर्गत द्वितीय त्रैमास में पोषण माह के दौरान 15 सितंबर को पूरे जिले के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। स्पर्धा के अंतर्गत 0 से 3 वर्ष तथा 3 से 5 वर्ष आयु समूह के बच्चों को स्वास्थ्य से संबंधित मानकों पर आधारित अंक प्रणाली के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तीन पुरस्कार दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र एवं परियोजना स्तर पर दोनों आयु वर्ग के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी का चयन निर्धारित मानक अंकों के आधार पर किया जाएगा। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी हेतु चयनित बच्चों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध, परंपरागत खिलौने, स्वच्छता किट , फ्रूट किट, बॉटल तथा सभी प्रतिभागी बच्चों को स्वच्छता की अथवा पोषण किट प्रदाय किया जाएगा
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अभिसरण विभाग से संबंधित सभी विभाग समन्वय स्थापित करते हुए राष्ट्रीय पोषण माह को सफल बनाएं तथा जिले को कुपोषण मुक्त बनाएं। संबंधित विभाग अपनी अपनी योजनाओं का लाभ सभी पात्र बालक बालिकाओं को प्रदान करें।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हिमांशु चंद्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती शालिनी तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ० रामस्नेही पांडेय, जिला आयुष अधिकारी डॉ० शशिप्रभा पांडेय, जिला आपूर्ति नियंत्रक श्री कमलेश टांडेकर, उपसंचालक मत्स्य श्री कमलेश टांडेकर, उपसंचालक पशु पालन डॉ० व्हीव्हीएस चौहान, सहायक संचालक मत्स्य श्री शिवेंद्र सिंह परिहार सहित संबंधित अभिसरण विभाग के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।