केन्द्र शासन के शिक्षा एवं साक्षरता मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे उल्लास नव-भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक परीक्षा का आयोजन
जबलपुर
शनिवार को जिले की 2 हजार 273 शासकीय शालाओं में किया गया। नवसाक्षर परीक्षा में जिले के 43 हजार से अधिक नवसाक्षरों ने उत्साह से भाग लिया। परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित हुई।
परीक्षा में जिले में सबसे उम्रदराज नव साक्षर विकासखण्ड सिहोरा के ग्राम हरगढ़ की 82 वर्ष की श्रीमती बिसरती बाई पटैल थीं। सभी परीक्षा केंद्रों में सुबह से ही परीक्षार्थियों की भीड़ दिखाई दी। अनेक परीक्षा केंद्रों में नवसाक्षरों का फूल माला तथा तिलक वंदन कर स्वागत एवं उत्साहवर्धन किया गया। जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्रीमती अंजनी सेलट, जिला सह समन्वयक दीपक पटैल, केशव दुबे एवं श्रीमती बिन्दु गुप्ता तथा विकास खण्ड सह समन्वयकों ने विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया।
जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्रीमती अंजनी सेलेट के अनुसार बताया कि उल्लास नव-भारत साक्षरता कार्यक्रम के नवसाक्षरों की मूलभूत एवं संख्यात्मक परीक्षा के लिये पिछले 6 माह से लगातार तैयारी, समीक्षा एवं मॉनीटरिंग की जा रही थी। उन्होंने बताया कि कलेक्टर श्री राधवेन्द्र सिंह एवं जिला पंचायत के सीईओ श्री अभिषेक गहलोत के निर्देश पर जिले के सभी शालाओं में सामाजिक चेतना केंद्र बनाए गए हैं एवं उनके संचालन की जिम्मेदारी प्राचार्य एवं शाला प्रभारियों को दी गई है।
जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी ने बताया कि उल्लास नव-भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में लगभग 4 हजार से अधिक अक्षर साथी स्वैच्छिक सेवाएं दे रहे हैं और संपूर्ण भारत को साक्षर बनाने के इस महाअभियान में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।