उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की परीक्षा में उत्साह से शामिल हुये नव साक्षर
81वर्ष की सुम्मो बाई ने भी दी परीक्षा
जबलपुर
केन्द्र शासन के शिक्षा एवं साक्षरता मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे उल्लास नव-भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक परीक्षा का आयोजन आज रविवार को जिले की 1 हजार 635 शासकीय शालाओं में किया गया।बड़े उत्साह और उमंग के साथ नवसाक्षर परीक्षा में सम्मिलित हुए। शासन द्वारा निर्धारित 40 हजार 816 का लक्ष्य के विरूद्ध 42 हजार से अधिक नवसाक्षरों नेपरीक्षा में भाग लिया। परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित हुई।
सभी केंद्रों में सुबह से ही परीक्षार्थियों की भीड़ दिखाई दी। अनेक परीक्षा केंद्रों में नवसाक्षरों का फूल माला तथा तिलक वंदन कर स्वागत एवं उत्साहवर्धन किया गया। जिला परियोजना सह समन्वयक प्रकाश चंदेल ने बताया कि इस परीक्षा के लिए पिछले 6 माह से लगातार तैयारी, समीक्षा व मॉनीटरिंग की जा रही थी।परीक्षा केंद्र शासकीय हाई स्कूल मानेगांव में 81 वर्षीय सुम्मो बाई ने बहुतउत्साह से परीक्षा देते हुए कहा की मेरा बचपन में पढ़ने लिखने का बहुत मन था लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं पढ़ पाई। अब मेरे नाती पोते मुझे घर में पढ़ाते हैं औरपढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं आज इस परीक्षा में शामिल होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन के निर्देश पर जिले के सभी शालाओं में सामाजिक चेतना केंद्र बनाए गए हैं एवं उनके संचालन की जिम्मेदारी प्राचार्य एवं शाला प्रभारियों को दी गई है। जिले में लगभग 4 हजार से अधिक अक्षर साथी स्वैच्छिक सेवाएं दे रहे हैं और संपूर्ण साक्षर भारत बनाने के इस महा अभियान में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं।
परीक्षा का अवलोकन जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्रीमती अंजनी सेलट, जिला परियोजना समन्वयक योगेश शर्मा, जिला सह समन्वयक प्रकाश चंदेल सहित जिले के सभी एपीसी, बीआरसी, संकुल प्राचार्य, जन शिक्षा केन्द्र प्रभारी, विकासखंड सह-समन्वयक, संकुल सह-समन्वयक, विकासखंड अकादमी समन्वयक तथा जन शिक्षकों ने की। अनेक नव-साक्षरोंने परीक्षा उपरांत साक्षरता कार्यक्रम चलाने के लिए शासन-प्रशासन का आभार व्यक्तकरते हुये कहा कि इस उम्र में भी उन्हें पढ़ने लिखने का अवसर प्राप्त हो रहा है।