ग्रीष्मकालीन मूंग व उड़द का उपार्जन करने जिले में 11 खरीदी केन्द्र स्थापित.
जबलपुर
किसानों से ग्रीष्मकालीन मूंग व उड़द का उपार्जन करने जिले में 11 खरीदी केन्द्र स्थापित किये गये हैं। गोदाम स्तर पर बनाये गये इन खरीदी केन्द्रों पर केंद्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 8 अगस्त तक पंजीकृत किसानों से ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द का उपार्जन किया जायेगा। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मूंग एवं उड़द के उपार्जन पर निगरानी रखने प्रत्येक खरीदी केंद्र पर एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है।
राज्य शासन द्वारा घोषित उपार्जन नीति के अनुसार किसानों की सुविधा को देखते हुये ये खरीदी केंद्र जबलपुर तहसील में बेनीखेड़ा स्थित महादेव वेयर हाउस, पनागर तहसील में हथना स्थित श्री राज वेयर हाउस, कुंडम तहसील में तिलसानी स्थित मां शारदा एग्रोपार्क, पाटन तहसील में जरोंद स्थित तेजस्व वेयर हाउस एवं मुर्रई स्थित रूद्रांश वेयर हाउस, शहपुरा तहसील में शहपुरा स्थित न्यू काकुल वेयर हाउस एवं मजीठा स्थित एमएलटी वेयर हाउस, सिहोरा तहसील में पहरेवा स्थित श्रीराम वेयर हाउस एवं घुघरी गोसलपुर स्थित श्री गोविंद वेयर हाउस तथा मझौली तहसील में दर्शनी स्थित नर्मदा इंटरप्राइजेज एवं दिनारी खमरिया स्थित शशी वेयर हाउस में स्थापित किये गये हैं।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इन खरीदी केंद्रों पर किसानों से मूंग एवं उड़द के उपार्जन को लेकर विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये हैं। उन्होंने खरीदी केंद्रों पर सप्ताह में पांच दिन (सोमवार से शुक्रवार) सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक किसानों से मूंग एवं उड़द का उपार्जन करने के निर्देश उपार्जन एजेंसियों एवं समितियों को दिये हैं। खरीदी केंद्रों पर कृषक तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी, ताकि गुणवत्ता परीक्षण दिन के उजाले में ही किया जाकर अंतिम कृषक की तौल रात 8 बजे तक पूर्ण की जा सके। जिन किसानों की उपज की तौल अपरिहार्य कारणों से सोमवार से शुक्रवार तक नहीं हो सकेगी ऐसी स्थिति में उनकी तौल शनिवार को की जा सकेगी।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने तहसीलों में पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को अपने क्षेत्र के खरीदी केंद्रों को सतत नजर रखने तथा खरीदी केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिहाज से सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। उन्होंने प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन, विद्युत व्यवस्था, कम्प्यूटर, प्रिंटर, यूपीएस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। साथ कहा है कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर ग्रेडर का होना तथा तुलाबटियों और हम्मालों, तौल कांटा एवं छन्ना की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। प्रत्येक गोदाम परिसर में धर्मकांटा की व्यवस्था करने तथा उपार्जन के अनुमान के आधार पर खरीदी केंद्रों को पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध कराने के निर्देश भी सबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने निर्देशों में स्पष्ट किया है कि गोदाम स्तरीय खरीदी केंद्रों पर किसी भी सूरत में नॉन एफएक्यू उपज का भंडारण न किया जाये। उन्होंने किसानों से ग्रीष्म कालीन मूंग एवं उड़द के उपार्जन में राज्य शासन द्वारा घोषित उपार्जन नीति का अक्षरशः पालन करने की हिदायत भी अधिकारियों को दी है।