मुख्यमंत्री_लाड़ली_बहना_योजना के राज्य स्तरीय कार्यक्रम जबलपुर में होना सुनिश्चित हुआ है।
जबलपुर
इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आज प्रदेश के लोक निर्माण, कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री गोपाल भार्गव की अध्यक्षता में वर्चुअल मीटिंग आयोजित की गई। वर्चुअल मीटिंग में सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्रीमती नंदिनी मरावी, श्री सुशील इंदु तिवारी के साथ श्री प्रभात साहू, श्री रानू तिवारी जुड़े थे। वहीं कलेक्ट्रेट मीटिंग हॉल से जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र जामदार, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री संतोष बरकड़े, कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन, पुलिस अधीक्षक श्री टीके विद्यार्थी, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जयति सिंह, नगर निगम कमिश्नर श्री स्वनिल वानखेडे, अपर कलेक्ट्रेट श्रीमती मिशा सिंह, श्रीमती विमलेश सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में प्रभारी मंत्री श्री भार्गव ने कार्यक्रम की संपूर्ण रूप रेखा की जानकारी लेते हुये सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिये और कहा कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा लोकप्रिय तथा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये शुरू की गई, लाडली लक्ष्मी योजना का यह कार्यक्रम गरिमामय और भव्यतम हो। कार्यक्रम को और आकर्षक तथा प्रभावी बनाने के लिये उन्होनें नवाचार करने पर भी जोर दिया। उन्होनें कहा कि यह संस्का्रधानी जबलपुर के लिये सौभाग्य का विषय है कि महिलाओं के आर्थिक कल्याण के लिये किया जाने वाला यह कार्यक्रम जबलपुर की पावन धरा पर आयोजित हो रही है। अत: सभी लोग अपने श्रेष्ठतम दायित्वों का निर्वाहन करते हुये कार्यक्रम को सफल बनाये। मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार महिलाओं के कल्याण के लिये उनकी आत्मनिर्भर के लिये बनाई गई इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिये सुझाव भी मांगे। उल्लेखनीय है कि दस जून को जिले की 3.81 लाख महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा। उन्होनें कहा कि कार्यक्रम के दौरान पेयजल, सुरक्षा, बैठक व्यवस्था सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें।
प्रभारी मंत्री श्री भार्गव के बैठक के पूर्व कलेक्टर श्री सुमन ने जिले के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग कर कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये सभी अधिकारी बेहतर कार्ययोजना के साथ कार्य करें, ताकि कार्यक्रम में आने वाली महिलाओं को बसों में किसी प्रकार की असुविधा न हो, उनके भोजन, पानी व बैठने की समुचित व्यवस्था हो। कार्यक्रम को देखने के लिये हर ग्राम पंचायत में टीवी की व्यवस्था हो। साथ ही प्रत्येक ग्राम में दीपोत्साव मनाकर उत्सव जैसा माहौल बनाये। कलेक्टर ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा बताते हुये सभी अधिकारियों को इस कार्य में सक्रियता से भाग लेने को कहा।