मैहर का करोड़पति भू माफिया नगरपालिका अध्यक्ष पति सन्तोष सोनी कही नगरपालिका को न बेच खाये ?
मैहर विजय सिंह विसेन संपादक
मैहर माँ शारदा की धार्मिक नगरी है मैहर एक बहुत बड़ी नगरपालिका है। वर्तमान में नगरपालिका के चुनाव में भ्रस्टाचार भू माफिया से कमाया कड़ोरो रुपये खर्च कर अपनी पत्नी को माई के धाम वार्ड नम्बर 1 का पार्षद बनवा दिया? उसके बाद पार्षदो की खरीद फरोख्त कर अपनी पत्नी गीता सोनी को अध्यक्ष बनवा दिया? अध्यक्ष का पति सन्तोष सोनी मैहर का एक बड़ा जमीन भू माफिया है ? हर गाँव शहर की गरीब हरिजन आदिवासियों की अनैतिक तरीके से साठ गांठ कर अरबो के जमीन का मालिक बन गया है ?
आज से 10 से 15 साल पहले जो एक छोटी सी सुनार की दुकान चलाता था आज वह करोड़ो का मालिक कैसे बन बैठा आज सन्तोष सोनी के पास न जाने कितनी जमीन कितने मकान हर जगह है आखिर इतनी सम्पत्ति कहा से अर्जित की?आखिर आयकर इनकम टैक्स विभाग की नजर अभी तक इस भू माफिया पर क़्यों नही पड़ी। सन्तोष सोनी पैसे के बल पर पिछड़ा वर्ग भाजपा का जिलाध्यक्ष भी बना हुआ है। वह भाजपा सरकार का फायदा उठाता है।सूत्रों के मुताबिक संतोष सोनी का तो यहां तक कहना है कि मैंने जो करोड़ो रूपये खर्च कर अपनी पत्नी को अध्यक्ष बनाया हूं तो उसके बगल में बैठकर उसे एक पुतला की भांति बैठाकर स्वयं मैहर के विकास के लिए जो भी पैसा आएगा पहले अपना खर्चा निकालूंगा आखिर मैं कमाने के लिए अध्यक्ष बना हूं मैं एक व्यपारी हूं मुझे लाभ चाहिए? मुझे अपनी कमाई करनी है मैहर का विकास जाए तेल लेने? यदि आयकर सरकार इस भ्रष्ट जमीन भू माफिया की शुरू से लेकर अभी तक कि कुंडली खंगाली जाय तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। सन्तोष सोनी किस पद के दायित्व से नगरपालिका के अध्यक्ष के बगल में बैठता है महिला अध्यक्ष है तो उसको कार्य करने दे। स्वयं तो भ्रष्ट है ही अपनी पत्नी को भी भ्रष्ट करने का गुण बगल में बैठकर दे रहा है। यदि एक कलेक्टर, एस डी एम एक महिला है तो क्या उनका पति बगल में बैठकर कार्य करता है नही न, तो फिर नगरपालिका में क़्यों ?फिर किस काम का महिला आरक्षण? प्रशाशन को इसको रोकना होगा।एक बात और नगरपालिका में जो पार्षदो को प्रभार सभापति बनाये गए है उनमें भी योग्यता का मापदंड नही रखा गया है जिनसे मन माफिक कार्य लिया जा सकता है उन्हें ही लाभ का पद दिया गया है क्या योग्य पार्षद नही थे।चाहे धतूरा की जमीन की बात हो या नए न्यायालय की जमीन या मुक्तिधाम की हो या किसी भी मकान की हो। इसकी भूगर्भ से जांच की जाए तो पता चल जाएगा कि मैहर की धरा में कितना बड़ा यह जमीन का घोटाले बाज है ? इसकी यदि सी बी आई आयकर विभाग अचानक निरीक्षण करे तो इस भू माफिया का सफेद पोस लोगो को काला दिख जाएगा ? कपड़े पहनते है सफेद काम कर रहे है काला? कोई तो इस भू माफिया सन्तोष सोनी से मैहर को बचाओ।