डीएपी प्राप्त करने में हो रही कठिनाइयों की किसानों से लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुये जिला प्रशासन ने डबल लॉक केंद्रों और निजी संस्थाओं को प्राप्त हो रही डीएपी का वितरण अब लॉटरी डालकर डबल लॉक केंद्रों के माध्यम से ही करने का निर्णय लिया है।
जबलपुर
इस बारे में कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दे दिये हैं।
कलेक्टर श्री सक्सेना के निर्देशानुसार आज मंगलवार की दोपहर उप संचालक कृषि डॉ एस के निगम ने उर्वरक निर्माता कंपनियों के तथा खाद विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों की बैठक ली। डॉ निगम ने बैठक में साफ शब्दों में कहा कि उर्वरक निर्माता कम्पनियों को जिले में आने वाली प्रत्येक रैक से निजी संस्थाओं को दी जाने वाली डीएपी की जानकारी पूर्व में ही उपलब्ध करानी होगी। इसके साथ ही उन्हें निजी संस्थाओं को प्रदाय की जा रही डीएपी की पूरी मात्रा से डबल लॉक केंद्र से सबंधित अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को भी अवगत कराना होगा, ताकि डबल लॉक केंद्र और निजी संस्था के पास उपलब्ध डीएपी को लॉटरी डालकर किसानों को वितरित किया जा सके। लॉटरी सिस्टम से डीएपी की वितरण की इस व्यवस्था में जिन किसानों की पर्ची निकलेगी वे डबल लॉक केंद्र अथवा निजी संस्थाओं से डीएपी का उठा सकेंगे।
उप संचालक कृषि ने उर्वरक निर्माता कम्पनियों एवं खाद विक्रेता संघ के प्रतिनिधियों को कृषि विभाग को बिना पूर्व जानकारी के डीएपी का वितरण नहीं करने की हिदायत भी दी है। बैठक में जिला विपणन अधिकारी एवं कृषि विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।