श्रावण मास के दूसरे सोमवार 21 जुलाई को ग्वारीघाट से कैलाशधाम मटामर तक निकाली जाने वाली संस्कार कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा, साफ-सफाई और यातायात व्यवस्था पर चर्चा करने जिला प्रशासन, पुलिस एवं आयोजन समिति के पदाधिकारियों की संयुक्त बैठक आज सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम में संपन्न हुई।
जबलपुर
महापौर एवं आयोजन समिति के संरक्षक श्री जगत बहादुर सिंह अन्नू की उपस्थिति में संपन्न हुई इस बैठक में कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, अपर कलेक्टर सुश्री मिशा सिंह, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक गहलोत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आनंद कलादगी एवं सूर्यकांत शर्मा तथा आयोजन समिति की ओर से शिव यादव, नीलेश रावल आदि मौजूद थे।
बैठक में आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने यात्रा की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला। बैठक में बताया गया कि इस बार कांवड़ यात्रा में हजारों कांवडियों के शामिल होने का अनुमान है। वहीं यात्रा के समापन स्थल मटामर स्थित कैलाश धाम पहाड़ी पर श्रद्धालु भी इससे जुड़ जायेंगे यह संख्या दो से ढाई गुना हो जाने की संभावना है। संस्कार कांवड़ यात्रा आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन से कांवड़ यात्रा के दौरान ग्वारीघाट से लेकर समूचे यात्रा मार्ग एवं इसके समापन स्थल पर सुरक्षा, साफ-सफाई एवं यातायात की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया। सुरक्षा के मद्देनजर ग्वारीघाट में पर्याप्त संख्या में मोटरबोट और गोताखोरों की तैनाती सहित सभी जरूरी इंतजाम सुनिश्चित करने की जरूरत बताई गई। बैठक में आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि संस्कार कांवड़ यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं में सहयोग के लिए आयोजन समिति द्वारा भी स्वयं सेवक तैनात किये जा रहे हैं।
संस्कार कांवड़ यात्रा समिति के सदस्य एवं महापौर श्री जगत बहादुर सिंह अन्नू ने बैठक में कहा कि पर्यावरण एवं मॉं नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन की मूल भावना से निकाली जा रही संस्कार कांवड़ यात्रा जबलपुर शहर का गौरव बन चुकी है। उन्होंने बताया कि संस्कार कांवड़ यात्रा का यह पंद्रहवाँ आयोजन है। कांवड़ यात्रा से किसी को कोई असुविधा न हो आयोजन समिति की हमेशा यह कोशिश रही है। पूर्व के वर्षों में निकाली गई कांवड़ यात्रा में भी इस ओर विशेष ध्यान दिया गया था। यही इस आयोजन की विशेषता भी है। उन्होंने यात्रा के सफल आयोजन में नगर निगम की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा भव्य रहे, इसके लिए पूरी सक्रियता से सहभागिता होगी। जिससे किसी तरह की कोई असुविधा न हो। उन्होंने आयोजकों से भी आग्रह किया कि वे यात्रा में शामिल होने वाले कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की संख्या के वास्तविक आंकलन से प्रशासन को अवगत करायें ताकि उस लिहाज से सुरक्षा के समुचित इंतजाम किये जा सके।
कलेक्टर ने आयोजन समिति के पदाधिकारियों से कांवड़ यात्रा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों का इस्तेमाल सावधानी पूर्वक करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आयोजक पर्याप्त संख्या में पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी रखें ताकि यात्रा के दौरान जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सके। उन्होंने कांवड़ यात्रा के सफल आयोजन की शुभकामनाएं देते हुये प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग का भरोसा देते हुये कहा कि प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा कैलाश धाम परिसर एवं यात्रा मार्ग का निरीक्षण भी किया जायेगा।
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बैठक में संस्कार कांवड़ यात्रा के मार्ग एवं आयोजन स्थल पर लगने वाले स्वागत मंच एवं यात्रा के समापन स्थल पर लगने वाली दुकानों को सड़क के किनारे लगाये जाने के लिये मार्किंग करने के निर्देश दिये ताकि आवागमन में किसी तरह की बाधा न हो। उन्होंने यात्रा के समापन स्थल पर कैलाशधाम पहाड़ी पर पौधारोपण के लिये चयनित स्थल पर भी जरूरी सूचनायें प्रसारित करने पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था करने का आग्रह आयोजन समिति के पदाधिकारियों से किया। श्री उपाध्याय ने यात्रा के शुरूआती पड़ाव ग्वारीघाट में सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त करने, होमगार्ड के गोताखोर एवं एमडीआरएफ की टीम तैनात करने तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था के मद्देनजर ग्वारीघाट एवं मटामर तथा यात्रा मार्ग पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जायेगा।
बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान व्यवस्था में सहयोग के लिये आयोजन समिति द्वारा तैनात किये जा रहे स्वयं सेवकों को पुलिस द्वारा प्रशिक्षण दिये जाने की बात कही गई। बैठक में बताया गया कि ग्वारीघाट एवं यात्रा के समापन स्थल मटामर में स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहेंगी। कांवड़ यात्रा के साथ भी एम्बुलेंस चलेंगी। यात्रा के प्रारंभिक स्थल एवं यात्रा के अंतिम पड़ाव स्थल पर तथा यात्रा के साथ-साथ नगर निगम के सफाई वाहन एवं सफाई कर्मियों की टीम चलेंगी। कांवड़ यात्रा के अंतिम पड़ाव स्थल मटामर पहाड़ी पर पानी के टेंकर रखे जाने की आवश्यकता भी बताई गई।
बैठक में संस्कार कांवड़ यात्रा के अंतिम पड़ाव कैलाश धाम मटामर में पहाड़ी की ढलान को देखते हुये उपयुक्त बेरिकेटिंग करने के निर्देश संबधित अधिकारियों को दिये गये। कैलाश धाम पहाड़ी पर श्रद्धालुओं उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुये मंदिर परिसर तक पहुँचने और वापसी के लिये अलग-अलग मार्ग बनाने की बात कही गई। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा के समापन पर कांवड़ियों द्वारा कैलाशधाम मटामर पहाड़ी और उससे लगे मैदान पर पौधारोपण के संबंध में भी बात की।
बैठक में बताया गया कि सोमवार 21 जुलाई को कांवड़ यात्रा सिद्धघाट ग्वारीघाट से प्रारंभ होगी तथा रामपुर चौक, गोरखपुर, शास्त्री ब्रिज, तीन पत्ती चौक, मालवीय चौक, लार्डगंज, बड़ा फुहारा, कमानिया गेट, सराफा, लकड़गंज, बेलबाग, घमापुर, शीतलामाई, कांचघर, सतपुला, गोकलपुर, रांझी, खमरिया स्टेट होते हुये करीब 35 किलोमीटर का सफर तय कर मटामर पहाड़ी पर स्थित भगवान नर्मदेश्वर भोलेनाथ मंदिर कैलाशधाम पर दोपहर के लगभग पहुंचेगी तथा भगवान शंकर के जलाभिषेक के साथ इसका समापन होगा।