कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज भिक्षावृत्ति रोकथाम के संबंध में अशासकीय संस्थाओं की बैठक कलेक्टर सभागार में आयोजित की गई।
जबलपुर
बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास, सचिव रेडक्रास, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष व सदस्य तथा अशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस दौरान जिला प्रशासन ने अशासकीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बाल भिक्षावृत्ति रोकने के अभियान के संबंध में जानकारी दी गई। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि सभी गठित दलों से भिक्षुक बच्चों को नगद पैसा न देकर वस्तु या खाना देने के लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि बच्चों को नशीली पदार्थ बेचने वाले दुकानदारों को चिन्हांकित कर उनके लाइसेंस निरस्त किया जाये। लोगों द्वारा दिये जा रहे दान को रेडक्रास अथवा किसी योग्य अशासकीय संस्था के माध्यम से एकत्रित करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि ओपन शेल्टर होम की स्थापित कर बच्चों के लिए अनुकूल व्यवस्था सुनिश्चित करायें। उन्होंने भिक्षावृत्ति अभियान में अधिक से अधिक सहयोग करने के लिए अशासकीय संस्थाओं की सहभागिता पर जोर दिया और कहा कि सभी अशासकीय संस्थाओं को अपने-अपने कार्यक्षेत्र के चौराहों को गोद लेकर उन चौराहों एवं स्थानों पर जनजागरूकता कार्यकम आयोजित किया जाये। भिक्षुक बच्चों को भीख न देने के विषय पर जागरूक करने का आव्हान किया गया। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को सोशल मीडिया प्लेटफार्मो पर पेज बनाकर भी जागरूकता फैलाने के निर्देश भी दिये।