शासकीय माध्यमिक शाला मानिकपुर एवं प्राथमिक शाला मडोसा समूह संचालक बच्चों के हक का छीन रहे निवाला ,मध्यान भोजन में शुक्रवार के दिन बच्चों को दी गई सिर्फ खिचड़ी, दोनों विद्यालय में एक ही समूह संचालित
संजय रैकवार पन्ना
/मध्यप्रदेश शासन शासकीय स्कूलों में मध्यान्ह भुज भोजन की बहुमुखी योजनाओं को समूह संचालक लगा रहे हैं पतीला ऐसा ही देखने को मिला है जहां पर समूह संचालक द्वारा बच्चों को सिर्फ खिचड़ी ही दी गई जबकि शुक्रवार की मेनू में खिचड़ी मूंग की दाल एवं आलू टमाटर की सब्जी निर्धारित थी इस विषय में खाना बना रही रसोईया घसीटिया से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि समूह संचालक द्वारा मुझे सिर्फ खिचड़ी बनाने का सामान ही उपलब्ध कराया गया इस कारण मैंने खिचड़ी बनाकर बच्चों को खिला दी जब इस विषय में माध्यमिक शाला मानिकपुर के प्रचार्या से बातचीत करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया एवं एक समूह द्वारा माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला दोनों में समूह संचालित किया जाता है
गायत्री स्व सहायता समूह के नाम से संचालित प्राथमिक साला मडोसा में भी उनके द्वारा समूह संचालित कर बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाता है जब बच्चों से बातचीत की गई तो सामूहिक बच्चों ने बताया कि उन्हें भी आज के दिन खिचड़ी ही दी गई जब इस विषय में प्रधानाचार्य मडोसा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि समूह संचालक द्वारा ऐसे ही बिना मेनू के बच्चों को भोजन दिया जाता है आज के दिन भी बच्चों को खिचड़ी दी गई हमारे द्वारा कई बार बोला जाता है एवं ग्राम मडोसा का समूह मानिकपुर से संचालित होता है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमेशा ही कहा है कि बच्चों के निवाले कहा खाने वालों को किसी भी हाल में बक्सा नहीं जाएगा एवं शिवराज सिंह चौहान के इन कथनों को पन्ना के अधिकारी अनसुना कर रहे हैं क्योंकि उनके द्वारा समय-समय पर बच्चों को मध्यान्ह भोजन में क्या दिया जा रहा है औचक निरीक्षण करने में अधिकारी उनके द्वारा ऑफिसो के एसी कमरों से निकलना ही नहीं जाता इसलिए समूह संचालक द्वारा बच्चों के हक का निवाला खाया जा रहा है एवं बच्चों को मीनू के अनुसार खाना ना देकर अपने अनुसार मध्यान भोजन दिया जा रहा है जो की घटिया क्वालिटी का है अब देखना यह है कि समूह संचालक के ऊपर कार्रवाई होती है कि नहीं होती यह भी ठंडे बस्ते में डालकर निपटा दी जाती है