कम होगा बच्चों के बस्ते का बोझ, शिक्षा विभाग ने दिए सख्त निर्देश : स्कूलों प्रबंधन को कड़ाई से करना होगा पालन
जीतेंद्र रिछारिया
मध्य प्रदेश शासन के शिक्षा विभाग ने स्कूली बच्चों के बस्तों के बढ़ते बोझ को कम करने के लिए कड़े दिशा निर्देश जारी करते हुए स्कूलों के प्रशासन को सख्त हिदायत दी है कि बच्चों के स्कूली बैग ओं का भजन निर्धारित मापदंड के अनुसार ही हो और अगर इसका पालन नहीं किया जाता तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव प्रमोद सिंह ने एक पत्र जारी करते हुए समस्त शासकीय, अशासकीय एवं मान्यता प्राप्त स्कूलो मैं पढ़ रहे बच्चों के लिए कक्षा एक से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए उपयोग किए जाने वाले स्कूली बैग का अलग-अलग बजन निर्धारित किया है और हिदायत दी है कि स्कूल प्रबंधन बच्चों के बैग में नियमानुसार बजन से अतिरिक्त किताब या कॉपियां लाने के लिए बाध्य ना करें। इतना ही नहीं जिला शिक्षा अधिकारियों समेत कई अधिकारियों को समय-समय पर औचक निरीक्षण कर बच्चों के स्कूली बैग का वजन देखने की बात भी कही गई है ताकि सभी स्कूल इस नियम का कड़ाई से पालन कर सकें।
प्रायः देखा जाता है कि स्कूल प्रबंधन अपनी मनमानी कर बच्चों को इतनी अधिक मात्रा में कॉपी और किताब लाने के लिए बाध्य करते हैं जो लगातार बच्चों के स्कूली बैग का बजन बढ़ाता है, जिससे जहां एक और बच्चे के शारीरिक विकास पर भी विपरीत असर पड़ता है वहीं दूसरी ओर इस बोझ के तले बच्चों का मानसिक विकास भी नहीं हो पाता। ऐसे में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक मध्यप्रदेश शासन के स्कूली शिक्षा विभाग ने बच्चों के बस्ते का बजन कक्षा के हिसाब से निर्धारित कर बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास की संभावनाओं पर जोर देने का प्रयास किया है।