स्थानीय लोगों ने उठाए सुरक्षा पर सवाल, बस चालक की जमकर पिटाई, नशे में होने की आशंका
सिहोरा/जबलपुर
नवरात्र के पावन अवसर पर आयोजित भंडारे के दौरान मंगलवार रात सिहोरा के गौरी तिराहा पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक बेलगाम बस ने श्रद्धालुओं को रौंद दिया। हादसा रात करीब 9:30 बजे हुआ, जब एमपी 49 पी 0261 नंबर की एक खाली रॉक बस अचानक तेज रफ्तार में भीड़ के बीच घुस गई।
इस दर्दनाक हादसे में 14 श्रद्धालु घायल हो गए, जिनमें से 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, एक व्यक्ति की मौत की भी खबर है, हालांकि प्रशासन की ओर से अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों से आए श्रद्धालु स्टेडियम के पास भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर रहे थे। उसी समय पीछे से तेज रफ्तार बस ने अचानक भीड़ में घुसते हुए लोगों को टक्कर मार दी। भीड़ में भगदड़ मच गई और एक मोटरसाइकिल भी बस के नीचे आ गई, जिसे चालक करीब 100 मीटर तक घसीटता ले गया।
घायलों में रोली सोनी, ममता कोल, खुशबू वंशकार, संध्या चौधरी, शिखा चौधरी, कैलाश चौधरी, मनीष दाहिया, कोदू लाल बर्मन और सोहन लाल सहित अन्य श्रद्धालु शामिल हैं। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से सिविल अस्पताल सिहोरा ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद पांच को गंभीर हालत में जबलपुर रेफर किया गया है।
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने बस चालक को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि चालक शराब के नशे में था। हालांकि पुलिस ने इस पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
एएसआई सिहोरा ने बताया, यह घटना अत्यंत दुखद है। प्रारंभिक जांच में बस चालक की लापरवाही सामने आई है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है और मृतक की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बाईपास पर नो-एंट्री होने के बावजूद खाली बस कैसे इस भीड़भाड़ वाले इलाके में पहुंची। लोगों ने प्रशासन और पुलिस की निगरानी पर सवाल उठाए हैं और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मृतक की पहचान और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।