थाना मझौली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए वेयर हाउस से मूंग की बोरियां चुराने वाले दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है।
मझौली जबलपुर
आरोपियों के कब्जे से कुल 45 क्विंटल मूंग बरामद की गई है, जिसकी कीमत लगभग 4 लाख रुपये आंकी गई है।
घटना का खुलासा
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सम्पत उपाध्याय (भा.पु.से.)के निर्देशन में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत हुई। इस अभियान के अंतर्गत जिले में लूट, झपटमारी, नकबजनी और संपत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से पुराने अपराधियों की गहन निगरानी की जा रही है।
अपराध क्रमांक 393/25 धारा 331(4), 305 बीएनएस के तहत दर्ज प्रकरण में, ग्राम रानीताल स्थित मेसर्स सियाराम वेयर हाउस से 136 बोरियां मूंग (प्रत्येक 50 किग्रा) चोरी हो गई थीं। इस चोरी की जानकारी वेयरहाउस मालिक अमित पवार द्वारा थाना मझौली में दी गई थी।
शिकायत के अनुसार, चोरी गई मूंग की कुल मात्रा 68 क्विंटल थी जिसकी बाजार कीमत करीब 5.27 लाख रुपये बताई गई थी। स्वास्थ्य कारणों और पारिवारिक गमी के चलते पीड़ित रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा पाया था, जिसे बाद में दर्ज किया गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि चोरों ने इनोवा और पिकअप वाहनों का इस्तेमाल करते हुए वारदात को अंजाम दिया था। थाना मझौली पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना के आधार पर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया
संतोष यादव पिता इंद्रभान यादव, उम्र 26 वर्ष, निवासी नर्मदा नगर, गोहलपुर
नितिन कोरी उर्फ पंडित पिता मंगल कोरी, उम्र 21 वर्ष, निवासी अमखेरा, अधारताल
गहन पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों —दीपक साहू, राहुल चौधरी, मोनू कुशवाहा, सोनू कुशवाहा, देव राजक और निखिल रजक — के साथ मिलकर चोरी करना स्वीकार किया। इनमें से कुछ आरोपी पहले से ही गैस सिलेंडर चोरी के प्रकरण में थाना कटंगी में जेल में निरुद्ध हैं।
आरोपी संतोष यादव की निशानदेही पर ग्राम गुर्दा से 45 क्विंटल चोरी की मूंग बरामद की गई। आरोपी मूंग को अपने कार्यस्थल के पास छिपाकर रखते थे और धीरे-धीरे उसे बेच रहे थे
उल्लेखनीय भूमिका
इस महत्वपूर्ण सफलता में एसडीओपी सिहोरा श्री आदित्य सिंघारिया (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में उप निरीक्षक अमित मिश्रा सहायक उप निरीक्षक महेंद्र मिश्रा प्रधान आरक्षक अमित शुक्ला रामजी पाण्डेय दर्शेन्द्र दीक्षित आरक्षक हेमंत शर्मा व रोहित जैन की सराहनीय भूमिका रही।
अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पकड़े गए आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस की यह कार्रवाई संपत्ति संबंधी अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने की दिशा में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।