विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पास स्थित विद्यालय परिसर में असुरक्षा का माहौल, प्रशासन मौन
मझौली, जिला जबलपुर | संवाददाता विशेष
नगर मझौली में स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इन दिनों अवैध अतिक्रमण की चपेट में है। हैरान करने वाली बात यह है कि यह स्कूल विकासखंड शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय से महज कुछ कदमों की दूरी पर स्थित है, फिर भी आज तक प्रशासन और शिक्षा विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
स्कूल परिसर के अंदर बिना अनुमति भवन नि्माण
विद्यालय की बाउंड्री के अंदर नगर परिषद कार्यालय मझौली में कार्यरत कम्प्यूटर आपरेटर द्वारा भवन निर्माण कार्य कराया गया है
जबकि स्कूल प्रांगण के आसपास टीन शेड, झोपड़ी, चाय-पान के ठेले और अस्थायी दुकानें लगाने की मनाही रहती है
जिससे छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। स्कूल परिसर में बाहरी लोगों की आवाजाही आम बात हो गई है।
शिक्षा विभाग और प्रशासन की लापरवाही
इतना गंभीर मामला होने के बावजूद BEO कार्यालय पूरी तरह निष्क्रिय है। स्कूल की सुरक्षा दीवार कई जगह से टूटी हुई है, जिससे कोई भी बाहरी व्यक्ति स्कूल परिसर में घुस सकता है। स्थानीय जागरूक नागरिकों ने भी इस पर नाराजगी जताई है।
जनहित में मांगें
तत्काल अतिक्रमण हटाया जाए।
विद्यालय परिसर की चारदीवारी मजबूत और ऊँची बनाई जाए।
विद्यालय के गेट पर चौकीदार और सीसीटीवी की व्यवस्था की जाए।
प्रशासन और शिक्षा विभाग की संयुक्त समिति बनाकर जांच कराई जानी चाहिए।
बेटियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की ज़रूरत
जहां एक ओर सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाएं चला रही है, वहीं दूसरी ओर मझौली जैसे नगर में बेटियों की सुरक्षा से जुड़ी मूलभूत बातें भी नजरअंदाज की जा रही हैं। यदि जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो यह स्थिति और भी विकराल हो सकती है।
लड़कियों के लिए बना यह स्कूल अतिक्रमण से घिर गया है। न तो गेट पर सुरक्षा है, न ही कोई कार्रवाई।”
सीता पटैल, छात्रा की अभिभावक
प्रशासन को कई बार लिखित रूप से सूचित किया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई
विद्यालय स्टाफ का एक सदस्य (नाम गुप्त)