कुछ दिन पूर्व ही मझौली निवासी फर्नीचर मार्ट गिरीश विश्वकर्मा के यहां वन विभाग के अमले द्वारा अवैध सागोन की लकड़ी जब्त कर कार्यवाही की थी।
मझौली
मिली जानकारी के मुताबिक कार्यवाही के बाद अपराधी द्वारा बयान दिया गया है जिसमे वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत होना बताया गया ।।
जिस पर एसडीओ के जांच के प्रतिवेदन के आधार पर डीएफओ जबलपुर द्वारा दोनो को निलंबित कर दिया गया और आगे की कार्यवाही जारी हे ।।
वन विभाग ने सागौन की तस्करी मामले में डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड को निलंबित कर दिया है। 13 सितंबर को वन विभाग के उड़न दस्ते ने सिहोरा रेंज के मझौली, भटिया मोहल्ला वार्ड क्रमांक 12 में अवैध रूप से संचालित गिरीश विश्वकर्मा की आरा मशीन में छापा मारा था। वहां से – 1.193 घन मीटर सागौन जब्त की गई थी। आरा मशीन में वन विभाग के अमले द्वारा अवैध रूप से सागौन -चिराई के लिए भेजी जाती थी।
लकड़ी के फर्नीचर बनाकर उसे बाजार में बेच दिया जाता था।
डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड निलंबित कर दिया है। सभी तथ्यों की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऋषि मिश्रा, वनमंडल अधिकारी
वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। एसडीओ के प्रतिवेदन पर डिप्टी रेंजर डेलन यादव और बीट गार्ड अभय श्रीवास्तव को निलंबित किया गया है। बीट गार्ड अभय को बरगी में अटैच किया गया है। वहीं डिप्टी रेंजर यादव को पाटन में अटैच किया गया है। जांच के बाद कुछ अन्य पर भी गाज गिर सकती है।
मिली जानकारी के मुताबिक आगे भी मामले में संलिप्त व्यक्तियों पर कार्यवाही की जा सकती है।