यहाँ विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सब कुछ है। विभिन्न प्रजातियों के वन्य-जीव हैं, मंदिर हैं, एतिहासिक विरासतें हैं और खास बात है कि यह यूरोपियन देशों की तरह ही सुरक्षित है। यह बात संयुक्त राष्ट्र के छठे प्रमुख और पूर्व पर्यावरण कार्यकारी निदेशक श्री Erik Solheim ने मध्यप्रदेश में पर्यटन के बारे में कहा। श्री एरिक मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान शनिवार को मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के कार्यालय पहुँचे। श्री एरिक ने बोर्ड द्वारा रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को देखा और सराहा भी।
मूलरूप से नार्वे के रहने वाले श्री एरिक विश्व में पर्यावरण के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के लिए जाने जाते हैं। पर्यटन बोर्ड के अधिकारियों ने मध्यप्रदेश पर्यटन गंतव्यों जैसे यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल, ऐतिहासिक शहर ओरछा, ग्वालियर, मांडू, चंदेरी और विभिन्न टाइगर नेशनल पार्क के बारे में ऑडियो-विजुअल प्रेजेन्टेशन दिया। मध्यप्रदेश की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों से प्रभावित हुए श्री एरिक ने कहा कि यह मध्यप्रदेश में उनका पहला दौरा है। काफी सुंदर और विशाल प्रदेश है। मध्यप्रदेश को विश्वभर से पर्यटकों को आकर्षित करने पर विशेष ध्यान देना चाहिये। क्योंकि विदेशी पर्यटक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों, प्राकृतिक स्थलों पर और जंगलों आदि में ज्यादा भ्रमण करते हैं। मध्यप्रदेश को विश्व पर्यटन पटल पर पहचान स्थापित करना चाहिये, जिससे आने वाले समय में सभी देशों के पर्यटक इन विशेष आकर्षणों का अनुभव कर सकें।