गंजों के शहर में कंघे बेच रहे हैं
नीरज खरे..??*
सतना –
जब कोई अति भूखा व्यक्ति भोजन देखता है तो उस पर टूट पड़ता है । ठीक ऐसी हालत है नीरज खरे की है लूप लाइन में रहने के बाद जैसे ही मलाईदार कुर्सी मिली वे टूट पड़े ।
भूमाफिया द्वारा सताए गए गरीब उनके निशाने पर हैं । और उनसे भ्रष्टाचार के रूप में सरेआम लूट हो रही है । गौरतलब है कि शहर में तमाम जगह कृषि भूमिया आवासीय भूमि में बदली गई है । नोटिस के बाद पीड़ितों ने आरोपित जुर्माना चालान के रूप में भर दिया है । लेकिन अब आदेश के नाम पर लाखों वसूले जा रहे हैं । आनन-फानन में लाए गए बाबू के ऑडियो व पीड़ितों के अनुसार सरेआम कहां जाता है कि साहब बिना लिए दिए आदेश पर साइन नहीं करते । पीड़ितों ने हमारे मुखबिर सूत्र को बताएं कि कुछ लोग वसूली के लिए बकायदा कार्यालय में तैनात हैं ।
*राइजिंग सतना*