मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की छोला थाना क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे ढाबों में बिना अनुमति शराब बार चलाएं जा रहें
भोपाल
शराब का अवैध धंधा लोगो को पिलाई जा रही बैठाकर शराब स्थानीय पुलिस को भी सब जानकारी पर पुलिस के सहयोग से ही चल रहा है गोरखधंधा छोला थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान पहले निशातपुरा थाने में भी पदस्थ रहकर हुए भी ऐसे कामों में सहयोग करने के आरोप उन पर लग चुके हैं और अब छोला थाना क्षेत्र पदस्थापना होने के बाद यह स्थिति है नशे की अवैध दुकाने, नशे के धंधों से लोग परेशान हैं पर थाना प्रभारी महेंद्र सिंह चौहान जी तो अपने थाना क्षेत्र में वसूली पर ध्यान दे रहे हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में क्राइम का यह रेट छोला थाना प्रभारी संज्ञान में होते हुए भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है भानपुर पर ब्रिज के नीचे व विदिशा रोड पर ढाबों अवैध रूप से शाम से अवैध रूप से शराब पिलाई जा रही है तो देर रात तक चलता है स्थानीय पुलिस चौकी भी पास में ही है और भानपुर रोड पर कई ढाबे जिसमें युवराज ढाबा, भोपाल ढाबा, चंबल ढाबा, शिवहरे हांडी ढाबा एवं अन्य ढाबे जो वहां अवैध रूप से बाहर और शराब के अवैध ठिकाने खुले में शराब बनाने की जगह बना कर कर रही गई है जिससे कई बार शिकायत स्थानीय लोगों ने कर दी है पर इसका कोई भी असर ना ही इन होटल, ढाबे,और ब्रिज के नीचे चल रहे अवैध दुकानों पर शराब पिलाई जा रही है और ना ही पुलिस इन पर कोई ध्यान दे रही है जबकि महेंद्र सिंह चौहान थाना प्रभारी बने हुआ तीन माह से अधिक हो चुके हैं पहले निशातपुरा में रहते हुए इनके उपर कई बार इस तरह के आरोप लग चूके है इन्होंने ऐसे संगीन अपराधों को काबू करने के कोई भी कदम नहीं उठाये है इसलिए इनका ट्रांसफर निशातपुरा थाने से पुलिस लाइन भोपाल हुआ था पर टीआई साहब ने अपने नेता और मंत्री सारंग जी के पावर के दम पर अपने पसंद के क्षेत्र छोला थाना में ट्रांसफर करवा लिया और पर क्षेत्र का क्राइम कम करने में पुरी तरह से नाकाम रहे बल्की नशे के व्यापार को भी कंट्रोल नही कर पाए जबकि नरेला विधानसभा क्षेत्र के विधायक विश्वास सारंग जी के बेहद करीब करीबी थाना प्रभारियों में से एक मैं सिंह चौहान उनके क्षेत्र में ही पिछले 5 साल से नरेला क्षेत्रमें लंबे समय से पदस्थ हैं विधायक जी के बेहद करीबी माने जाते हैं इसीलिए यह क्राइम रोकने की जगह राजनीतिक पकड़ पर ज्यादा फोकस करते हुए क्राइम वाले लोगों पर सपन शिकंजा नहीं करते हैं जबकि मध्य भोपाल पुलिस कमिश्नर श्री मकरंद देउसकर और एडिशनल कमिश्नर श्री सचिन अतुलकर जी द्वारा समस्त थानेदारों को निर्देशित किया गया है कि क्राइम कम करने में अपना अधिक योगदान दें एवं थाने क्षेत्र में हो रही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने का सुझाव दिया जाता है पर टीआई महेंद्र सिंह चौहान अपने थाना क्षेत्र में ना क्राइम कम कर पा रहे हैं ना ही कम करने में कोई दिलचस्पी दिखा रहे हैं इसलिए महेन्द्र सिंह चौहान के ट्रांसफर की शिकायत भी पीएचयू मे कर चूके है पुलिस मुख्यालय और वरिष्ठ अधिकारी कोई ठोस कदम आज तक नही उठ पाया है।