राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता माह के अंतर्गत सेठ गोविंद दास जिला चिकित्सालय (विक्टोरिया) जबलपुर में गर्भवती महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिये प्रसवकालीन टेलीकांफ्रेंसिंग की शुरुआत की गई है।
जबलपुर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा की पहल पर इसकी शुरुआत सिविल सर्जन डॉ. नवीन कोठारी एवं जिला नोडल अधिकारी मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम डॉ. रत्नेश कुरारिया द्वारा आज बुधवार को इसका विधिवत शुभारंभ किया गया।
वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. रत्नेश कुरारिया ने बताया कि यह टेली-काउंसलिंग सेल जिले की उन महिलाओं के लिए एक सशक्त माध्यम बनेगा जिन्हें गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान मानसिक स्वास्थ्य संबंधी लक्षणों के आधार पर चिन्हित किया गया है। चिन्हित महिलाओं को जिला चिकित्सालय की टीम द्वारा समय अनुसार फोन के माध्यम से संपर्क किया जाएगा, उनकी वर्तमान मानसिक एवं शारीरिक स्थिति की जानकारी ली जाएगी तथा आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय मार्गदर्शन एवं परामर्श प्रदान किया जाएगा। यह पहल महिलाओं को उनके घर बैठे ही गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक सशक्त कदम है।
कार्यक्रम में सहयोगी संस्था जपाईगो से डॉ. डॉली सांगानी एवं कार्यक्रम समन्वयक विवेकानंद त्रिपाठी ने सहभागिता की। साथ ही जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम से साइकेट्रिस्ट डॉ. विद्यारतन वरकड़े, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, नर्सिंग ऑफिसर एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
इस पहल से यह आशा की जा रही है कि प्रसवकालीन मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में जागरूकता बढ़ेगी और मातृ स्वास्थ्य सेवाओं में मानसिक स्वास्थ्य को एक आवश्यक आयाम के रूप में शामिल किया जा सकेगा।