गौचर भूमि अधिग्रहण हो या समशान भू अधिग्रहण हर जगह भूमाफियाओं का कब्जा
मझौली संवाददाता शिवम साहू
पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं तत्कालीन विधायक पाटन मझौली में सार्वजनिक भगवान शिव शंकर पार्वती मंदिर को किया जाए अतिक्रमण मुक्त
एक ओर मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी के द्वारा बड़े बड़े मंचों से यह कहा जाता है भूमाफियाओं को जमीन के नीचे गाड़ दिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर उनके शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी ही उनके आदेशों को ठेंगा दिखाते नगर आ रहे हैं।
वहीं भाजपा सरकार में मंत्री रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री और तत्कालीन पाटन विधायक अजय विश्नोई जी के क्षेत्र मझौली में खुले आम भूमाफियाओं का बोलबाला नगर मझौली के बीचों बीच बने मेन मार्केट में शंकर पार्वती मंदिर के आड में भवन निर्माण कार्य कर लिया गया।
जिसकी लिखित सिकायत तहसीलदार मझौली प्रदीप मिश्रा को दी गई एवं जबलपुर कलेक्टर को लिखित आवेदन दिया गया ।
बावजूद इसके आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मझौली सार्वजनिक शंकर पार्वती मंदिर हल्का नंबर 21खसरा नंबर 379 में बने भगवान शिव शंकर पार्वती मंदिर में अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया गया है।
नगर मझौली में भू माफियाओं का आतंक
नगर मझौली में शासकीय भूमि हल्का नंबर 21खसरा नं 379 में बने सार्वजनिक भगवान शिव शंकर पार्वती मंदिर पर बने मार्केट पर आज तक शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। लिखित आवेदन देने के बावजूद भी तहसीलदार महोदय एवं जिला कलेक्टर जबलपुर को आखिर आज तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं यहां पर तहसीलदार कार्यालय मझौली के द्वारा ना कोई निरीक्षण किया गया ना ही कोई कार्यवाही की गई। इससे यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही की नगर मझौली में भू माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है।
मुख्यमंत्री जी बड़े-बड़े मंचों से कहते हैं कि भूमाफियाओं को जमीन के नीचे गाड़ दिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर उनके शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी ही उनके आदेशों को ठेंगा दिखाते नगर आ रहे हैं।
नगर मझौली के मेन मार्केट में आस्था के नाम पर शंकर पार्वती मंदिर पर अधिग्रहण कर भू माफियाओं द्वारा मार्केट का निर्माण कराया गया है बावजूद इसके अधिकारी कर्मचारी बने मुख दर्शक नगर परिषद मझौली में शासकीय भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए भवन निर्माण पर चुप्पी साध बैठे अधिकारी कर्मचारी शासकीय भूमि होने के बावजूद भी अभी तक भूमाफिया पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं आखिरकार किस का संरक्षण
नगर के जनप्रतिनिधियों एव नहीं राजनीतिक दलों पर सवालिया निशान खड़ा करता है कि नगर मझौली में बढ़ते भू माफियाओं पर आखिर किसका संरक्षण
विधानसभा पाटन और सांसद राकेश सिंह के संसदीय क्षेत्र में भू माफियाओं का बढ़ता कारोबार
बढ़ते भू माफियाओं का आतंक आखिर किस कारण से यहां पर और किस नेता के संरक्षण में यहां भू माफियाओं का बोलबाला और अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है ।
नगर मझौली में नगर विकास के लिए आए डिवाइडर रोड का भूमि पूजन शिलान्यास भी हो गया। बावजूद इसके यहां पर आज तक डिवाइडर रोड का निर्माण नहीं कराया गया।
अब देखना यह है कि जबलपुर जिला कलेक्टर को आवेदन देने के बाद कोई कार्रवाई होती है या फिर भूमाफियाओं रेत माफियाओं जुआ सट्टा अवैध शराब बेचने वालों का कारोबार ऐसे ही चलता रहेगा । और आला अधिकारी कार्रवाई करते हैं या नहीं।
अब नगर की जनता भी चाहती है कि नगर मझौली में जो आए दिन ट्रैफिक जाम लग रहा है अब डिवाइडर रोड का निर्माण कार्य शुरू कराया जाए जिसका भूमि पूजन हो चुका है नगर परिषद मझौली में विकास हो ।
नगर में डिवाइडर रोड का निर्माण कार्य कराया जाए और अतिक्रमण हटाया जाए
शासन प्रशासन के अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़ा करता है कि प्रदेश सरकार बड़े-बड़े मंचों से कह रही है भू माफियाओं को छोड़ा नहीं जाएगा और यहां पर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं राज्यसभा सांसद राकेश सिंह के संसदीय क्षेत्र मझौली में भूमाफिया अवैध रूप से कब्जा कर नगर के चारों ओर गौचर भूमि पर भू-माफिया का कब्जा होने के बावजूद इन पर कोई कार्यवाही होगी या यूं ही सब चलता रहेगा ।
या यह कहें कि यह बड़े-बड़े मंचों से जो बोला जाता है वह केवल दिखावा मात्र है ।
शासन-प्रशासन या फिर केवल भाषण तक ही सीमित रह जाते हैं नेता सांसद विधायक मंत्री