पत्रकार कल्याण परिषद ने मुख्यमंत्री से की पत्रकार सुरक्षा क़ानून बनाने की मांग*
छतरपुर। मध्य प्रदेश के सीधी जिला में कोतवाली पुलिस द्वारा पत्रकार कनिष्क तिवारी के साथ की गई मारपीट और अभद्र व्यवहार को लेकर छतरपुर जिला के पत्रकारों ने कलेक्टर संदीप जी राजप्पा को आज शनिवार को एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में मध्य प्रदेश के सीधी पुलिस द्वारा पत्रकार श्री तिवारी के साथ अभद्रता और दुर्व्यवहार किए जाने पर पत्रकार कल्याण परिषद ने निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से भारतीय दंड विधान के अनुसार अपराध कायम कर सख्त कार्यवाही की मांग की है।
आए दिन पत्रकारों के साथ ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं । जिसमें समाचार संकलन, प्रकाशन और प्रसारण के दौरान पत्रकारों को प्रताड़ित और अपमानित होना पड़ता है । पत्रकार कल्याण परिषद के छतरपुर जिला अध्यक्ष मन्नूलाल रैकवार ने बताया कि पत्रकार कल्याण परिषद मध्य प्रदेश सरकार से पिछले काफ़ी समय से पत्रकार सुरक्षा क़ानून बनाने की मांग कर रहा है किंतु आज तक मध्य प्रदेश सरकार ने पत्रकारों की इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया। पत्रकार कल्याण परिषद की मांग है कि पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान की जाए तथा प्रदेश में ऐसा क़ानून लागू किया जाए जिससे पत्रकार सुरक्षित होकर अपने दायित्व का ईमानदारी और लगन के साथ निर्वाह कर सकें। इसी तारतम्य में सीधी की घटना को लेकर पत्रकार कल्याण परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं दैनिक हम पांच के संपादक कमलेश घोष के नेतृत्व में आज पत्रकार कल्याण परिषद के जिला अध्यक्ष एवं उमा एक्सप्रेस समाचार पत्र के संपादक मन्नूलाल रैकवार तथा कोषाध्यक्ष दैनिक दुखियों का साथी समाचार पत्र के संपादक एम एस बेग की संयुक्त टीम ने आधा सैकड़ा पत्रकारों की उपस्थिति में छतरपुर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जिसमें उन्होंने मांग की है कि उपरोक्त घटना में त्वरित कार्यवाही करने हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराया जाए । ज्ञापन सौंपने के अवसर पर पत्रकार शुभम जैन, लक्ष्मी नारायण शर्मा, श्रवण अवस्थी, विनोद मिश्रा, बालमुकुंद विश्वकर्मा, जेएन द्विवेदी, मुकेश भार्गव, पवन बिंदुआ, अनिल विश्वकर्मा, शराफत खान, ज्ञान सिंह गौतम, पुष्पेंद्र दीक्षित, आशीष अवस्थी, नोने लाल विश्वकर्मा, अखिलेश जयसवाल, आशीष चौरसिया आदि मौजूद रहे।