किसान भाई 28 फरवरी तक अपनी आई-डी बनावा लें आई-डी बनवाने में कोई दिक्कत हो तो हेल्पलाईन नं.-07812350300 पर शिकायत कर सकेंगे
दमोह
जिले के किसान भाइयों से कहा आपने देखा कि आप के आधार कार्ड बनते हैं और आधार कार्ड आप जानते हैं कितना जरूरी है, आपकी आवश्यकताओं के लिए दिन-प्रतिदिन पर आपको आधार कार्ड की किसी ना किसी काम में आवश्यकता पड़ती। इसी प्रकार से किसानों को अलग-अलग योजनाओं का फायदा दिलाने के लिए भारत सरकार और राज्य सरकार ने अब यह अनिवार्य कर दिया है कि हर किसान की एक किसान आइडी होना चाहिए। जैसे आपकी पहचान की आई-डी आधार है, वैसे ही हर किसान की किसान आई-डी आवश्य होना चाहिए।
अभी तक जिले में 50 प्रतिशत से अधिक किसानों ने किसान आई-डी बना ली है, बाकी बचे हुए किसानों से आग्रह है कि 28 फरवरी तक यह काम चलने वाला है। आप अनिवार्य रूप से 28 फरवरी तक अपनी किसान आई-डी बनवा लीजिए। यदि नहीं बनवाएंगे तो आपको दो जगह नुकसान होगा, पहला जब आगे उपार्जन आएँगे, उस समय किसान आई-डी मांगी जाएगी और आपके पास किसान आई-डी नहीं है, तो आपको दिक्कत आ सकती है और दूसरा जब आपकी फसलों का यदि नुकसान होता है, उसमें मुआवजा देना हो, उस समय की स्थिति में भी किसान को दिक्कत आएगी, तीसरी चीज़ किसान सम्मान निधि का पैसा मिलना हो, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का पैसा मिलना हो, तो आगे चल करके यदि आपकी किसान आई-डी नहीं है तो आपको दिक्कते आएँगे।
किसान आई-डी बनाने के केवल तीन तरीके हैं, पहला तो कामन सर्विस सेंटर यानी नागरिक सुविधा केंद्र पर जा करके आई-डी बनवा सकते हैं, दूसरा हर गांव में सर्वेयर रखे गये हैं, वे सर्वेयर गांव के ही युवक और युवतियां हैं, उनसे जा करके आप किसान आई-डी बनवा सकते हैं और तीसरा है आप खुद भी पोर्टल पर जाकर किसान आई-डी बना सकते हैं। किसान आई-डी बनाने के लिए चार-पांच चीजें लगती हैं, पहला आधार कार्ड, दूसरा आधार कार्ड से आपका मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए। यदि आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है तो दिक्कत आती है। तो यदि आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक हो ताकि उस पर एक ओ.टी.पी. आएगा और उसको वैलिडेट करते से ही आपका काम हो जाएगा। दूसरी चीज़ यदि आपका आधार और मोबाईल नंबर लिंक नहीं है, तो एक व्यवस्था और की गई है, आपके बायोमेट्रिक यानी आपकी उंगलियों के निशान से या अंगूठे के निशान से भी हम इसको कर सकते हैं। इसके अलावा खसरा या पुरानी बही या खतौनी की कॉपी लगेगी, समग्र आई-डी लगेगी और आपका मोबाइल नंबर, यह चार चीजें इसके लिए जरूरी है और यह आप स्वयं घर बैठे भी कर सकते हैं। किसान भाई चाहें तो नागरिक सुविधा केंद्र से करा सकते हैं या सर्वेयर के माध्यम से कर सकते हैं। ये तीनों तरीकों से आप इसको बनवा सकते हैं।
किसानों से आग्रह करते हुये कहा किसान आई-डी बनवाइये, यदि किसान आई-डी बनाने में कोई दिक्कत आ रही है, तो आप दमोह हेल्पलाईन नंबर 07812-350300 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं, आपकी शिकायत तत्काल निराकृत कराई जायेगी। इसी प्रकार आपको अपने खसरा की ई-केवाईसी कराना है, जिसको हम आर.ओ.आर. खसरा ई-केवाईसी कराना बोलते हैं। पटवारी इसका सत्यापन करते हैं और इसमें केवल आधार कार्ड और संबंधित के मोबाइल नंबर की जरूरत पड़ती है। सभी किसान भाईयों से कहा सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसान आई-डी और खसरे का ई-केवाईसी बनवाना आवश्यक होगा। यदि आपने दोनों चीजें नहीं बनवाई हैं तो आगे चलकर आप कई योजनाओं के लाभ से वंचित रह सकते हैं। इसीलिए 28 फरवरी तक गांव-गांव में कैंप लगाये जा रहे हैं और लगातार अपने लोगों को भेज करके यह कार्रवाई कराएँगे, आप सब हमारा सहयोग करें और अधिक से अधिक किसान अपनी फार्मर रजिस्ट्री कराए और आर.ओ.आर खसरे का ई-केवाईसी करायें। यह एक बार कराना है, एक बार यह काम हो गया तो आगे चल करके आपको किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने वाली है। इसलिये सभी किसानो से आग्रह है कि ये दोनों काम जरूर करा लें और कोई भी दिक्कत हो तो दमोह हेल्पलाईन नंबर 07812-350300 पर जरूर संपर्क करें।