क्या निर्लज्जता की हदो को पार करके अपने कबारै पति की जेब मे डाल रही काली कमाई
शुजालपुर–
राजधानी भोपाल से अजय राज केवट
शहर के मंडी थाने को आजकल कुछ बिकाऊ पुलिसकमिर्यो ने बेईमानी का अड्डा बना रखा है और पैसा फैको तमाशा देखो के सिद्धांत मानवता व ईमानदारी की कसौटी पर इस कदर भारी हो चुके है कि थाने में पदश्त कुछ चंद जांचकर्ता अधिकारी भी अपना ईमान तक बेचने पर आमादा हो गए है जैसा कि आजकल उपनिरीक्षक जया सुनेरी पर जनता द्वारा लगाए गए आरोपो से प्रतीत होता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मैडम द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई कांड किये जा रहे है जिसमे मैडम पहले तो महिला संबधी अपराधों में एफआईआर दर्ज करती है और फरियादी पक्ष को कार्यवाही का भरोसा देकर घर की और रवाना कर देती है फिर होता है मैडम का असली खेल चालू जिसमे बनाए गए आरोपी को फोन लगाकर उपस्थित होने के लिए कहा जाता है और जब आरोपी थाने पर उपस्थित हो जाये तो सम्बन्धीत प्रकरण में इजाफा धारा करने की धमकियां देकर डराने लग जाती है अगर सामने वाला पक्ष माना तो ठीक ओर अगर नही माना तो मैडम तुरंत कप्यूटर कक्ष की ओर लपकती है और धाराओं के इजाफा करके प्रकरण ओर मजबूत बनाने में लग जाती है फिर न्यायालय में संबंधित प्रकरण को आगे की कार्यवाही के लिए भेज देती है और अगर व्यक्ति अपना वाला हो तो फिर मैडम का कहना ही क्या फिर तो मैडम सामने वाले व्यक्ति से मलाई खाने में लग जाती है और शाम होते होते मैडम अपनी सारी काली कमाई का हिसाब किताब पूरा करने के बाद सारी काली कमाई को रात को घर जाकर अपने कबरै पति के हाथों में थमा देती है ओर वापस दोबारा सूर्योदय की प्रतीक्षा करने लग जाती है ताकि और भी ज्यादा धन को जल्द से जल्द जुटाकर अपनी असवैधानिक इच्छाओ को पूरा किया जा सके और यह सब आरोप हम नही लगा रहे यह तो शहर की जनता द्वारा अंदरखाने लगाए जा रहे है जो खबर प्रकाशन के माध्यम से हमारे द्वारा जनता तक पहुचाया जा रहा है
जनता द्वारा लगाए जा रहे आरोपो को बलात्कारी पुलिसकमिर्यो के केस में सही सिद्ध करके दिखाया
जनता द्वारा मैडम पर तो काफी समय से लेन देन करने के आरोप लगाए जा रहे है जिसमे पहले तो मैडम वर्दी का रॉब झाड़कर आम नागरिकों के घरों में घुस जाती है और डरा धमकाकर गरीब जनता से जबरन अपनी असवैधानिक मांगो को मनवाती है ओर गरीब पिडित शोषित तबके के लोग भी जो आज तक संविधान द्वारा दिये गए अपने मौलिक अधिकारों से आज तक अंजान है वह मैडम की गिदड भफकियो के आगे दम तोड़ देते है ओर मैडम की मांगो को पूरा कर देते है वैसे मैडम पर तो आरोप कही महीनों से लग रहे है लेकिन उन्ही सभी आरोपो को मैडम ने बलात्कारी पुलिसकमिर्यो के प्रकरण में सही सिद्ध करके बता ही दिया जिस तरह दोनो आरोपियों में से आरोपी छत्रसाल पवार के द्वार 438 के अंतर्गत (एंट्री सैपेट्री बैल) को लगाया गया और उपनिरीक्षक जया सुनेरी ने भी केस डायरी को इस तरह से घुमाया की द्रितीय सत्र न्यायाधीश महोदय को सबूतों के अभाव के कारण आरोपी पुलिसकर्मी को जमानत देना पड़ी और इस सारे घटनाक्रम के बाद मैडम ने खुद ही लगाए गए सभी आरोपो को सही सिद्ध करके बता दिया
शेष खबर अगले अंक में