भ्रष्टाचार की देवी सरपंच गंगाबाई मालवीय जल्द होगी सलाखों के पीछे जनपद सीईओ रुशाली पोरस ने दिए जांच के आदेश
राहुलसिह ठाकुर शुजालपुर–
जिस तरह हमारे द्वारा ग्राम पंचायत मगरानिया में भ्रष्टाचार की देवी गंगाबाई मालवीय व प्रतिनिधि बाबुलाल मालवीय के द्वारा किये गए भ्रष्टाचार को पूर्व के अंको में प्रमुखता से लाकर जनता के सामने लाया गया था व जनहित की राशि मे लाखो का गबन करने के संबंध में उच्च अधिकारियों से कार्यवाही की मांग की थी उसी के बाद से अब कार्यवाही की रफ्तार तीव्र गति से कार्यवाही की और अग्रसर हो चली है ओर कार्यवाही के सम्बंध में भी अखिल भारतीय पत्रकार एवं संपादक एसोसिएशन के समस्त पत्रकारों द्वारा जनपद कार्यालय शुजालपुर पहुँचकर संगठन के नाम एक आवेदन दिया गया व कार्यवाही की मांग की गई है व साथ ही जांच के बाद एफआईआर की भी मांग की गई जिसमें जनपद सीइओ रुशाली पोरस द्वारा भी उच्चस्तरीय जांच दल गठित कर निष्कर्ष के बाद एफआईआर करने का आश्वासन दिया गया
पहले करवाई अपने नाम से झूटी एफआईआर अब कर रहा है अपनी भ्रष्टाचारिणी पत्नी गंगाबाई को आगे
जिस तरह लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ द्वारा दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार की देवी गंगाबाई मालवीय के संबंध में रोजाना नए नए खुलासे करके जनता के सामने लाए जा रहे है उसी से बौखलाया हुआ बाबुलाल मालवीय अब अपनी पत्नी सरपंच गंगाबाई को बचाने के भरसक प्रयास में लग चुका है व एक के बाद एक अपनी राजनीतिक रणनीति को अंजाम दिए जा रहा है और कुछ विश्वशनीय सूत्रों द्वारा तो यह भी कहा जा रहा है कि खबर प्रकाशन से बौखलाकर सरपंच प्रतिनधि बाबुलाल मालवीय पत्रकारो पर दोबारा अपनी पत्नी को ढाल बनाकर एफआईआर करवाने की फिराक में है जिससे की लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की आवाज को दबाया जा सके व अपने आर्थिक सुधार कार्यक्रम को जनहित की गाड़ी कमाई के माध्यम से आगे बढ़ाया जा सके और सूत्र तो यहा तक बता रहे है कि साहब ने भविष्य की गणना करने व अंकगणित में पहले से ही महारथ हासिल कर रखी है जिससे वह पहले ही भविष्य में आने वाली विपदा को पहचान लेते है व अपने बचाव को कर सकते है यज्ञपी दूसरे शब्दो में कहे तो बाबुलाल मालवीय मानो त्रिकालदर्शी की तरह भविष्य देख सकते है व जनता व खुद पर आने वाले बुरे भले समय का अंदाजा लगा सकते है ऐसा ग्रामीणवासी कहते है लेकिन अखिल भारतीय पत्रकार एवं संपादक एसोसिएशन द्वारा तो भविष्य की गणना करे बगैर ही इनके द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की परतो को परत दर परत खोल रहा है वही दूसरी तरफ कार्यवाही की गाज से घबराया हुआ बाबुलाल मालवीय झूटी एफआईआर करने जैसी अपनी गीदड़ भफकियो वाले पुराने अंदाज में नज़र आ रहा है
ग्राम पंचायत की जनता को किस्से कहानिया सुना सुना कर व कहानियों के मध्य में झूट का मसाला डालकर कर रहा है लाखो का गबन
वैसे तो प्रतिनिधि साहब को गाँव व शहर के सभी लोग पहले से जानते है व पहँचानते है कि बाबुलाल मालवीय जी किस तरह की विचारधारा व किस तरह के झुटेले व्यक्तिव के धनी है जो ग्रामीनवासियो को योजनाओं के बारे में तो इस तरह से बताते है कि जैसे योजना के नियम निर्देश सरकार ने नही बल्कि बाबुलाल जी ने ही निर्धारित कर रखे हो व सारा कार्य घर से ही चलता हो और योजना को बताते बताते साहब यह भी कहते है कि सबका कार्य होगा शांति बनाए रखे घबराए नही में आगे जाकर फलाने फलाने अधिकारी से बात करता हूँ ओर इन्ही किस्से कहानियो के बहकावे पिछले सात महीनों से जनता भी अब ऊब चुकी है जिसका आभास उनको भी अब होने लगा है
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