जिले में मटर की बोवनी की चल रही तैयारियां के मद्देनजर किसानों को अच्छी गुणवत्ता का बीज एवं अन्य आदान सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने कृषि विभाग के अधिकारियों ने आज शनिवार को शहपुरा विकासखंड के ग्राम सहजपुर में कृषि आदान विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया एवं लाइसेंस की जांच की।
जबलपुर
अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी के नेतृत्व में किये गये निरीक्षण के दौरान देखा गया कि विक्रेताओं द्वारा लाइसेंस के अनुसार बीज एवं अन्य कृषि आदान सामग्रियों का भंडारण और विक्रय किया जा रहा है अथवा नहीं तथा किसानों को बिल दिए जा रहे हैं या नहीं।
निरीक्षण के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठानों की जांच की गई, जिसमें आशीष एग्रो, राज एग्रो सीड्स, संस्कार कृषि केंद्र को बिना प्रिंसिपल सर्टिफिकेट जुड़ाये बीज का व्यापार करने पर तथा बिल बुक और स्टाक रजिस्टर का संधारण ना करने पर नोटिस जारी कर तीन दिवस में इन कमियों को पूरा कर जवाब प्रस्तुत करने निर्देश दिये गये। समय सीमा में जवाब नहीं दिये जाने पर नियम अनुसार कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई।
इस दौरान कृषि अधिकारियों ने किसानों से ऐसे विक्रेताओं से ही आदान सामग्री क्रय करने की अपील की, जिनके पास लाइसेंस हों। किसानों से एवं ली गई सामग्री का पक्का बिल अवश्य प्राप्त करने भी कहा गया। किसानों से आग्रह किया गया कि उनके क्षेत्र में यदि बिना लाइसेंस के बीज उर्वरक एवं कीटनाशक की कोई दुकान संचालित हो रही है अथवा अवैध रूप से कृषि आदानों की पैकिंग की जानकारी हो तो तुरंत कृषि अधिकारियों को जानकारी दें। ताकि, उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा सके एवं किसानों को होने वाली धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
निरीक्षण में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी शहपुरा एस के परतेती एवं उर्वरक निरीक्षक पंकज श्रीवास्तव, कृषि विस्तार अधिकारी गौतम यादव एवं मुस्कान गायकवाड शामिल थे।
कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों से अपील की गई कि ऐसे विक्रेताओं से आदान सामग्री क्रय करें जिनके पास लाइसेंस हो एवं ली गई सामग्री का पक्का बिल अवश्य प्राप्त करें। किसानों से आग्रह किया गया कि उनके क्षेत्र में यदि बिना लाइसेंस के बीज उर्वरक एवं कीटनाशक की कोई दुकान संचालित हो रही है अथवा अवैध रूप से कृषि आदानों की पैकिंग की जानकारी हो तो तुरंत कृषि अधिकारियों को जानकारी दें। ताकि, उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा सके एवं किसानों को होने वाली धोखाधड़ी से बचाया जा सके।