राजस्व के लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए तहसीलदार और पटवारियों को लिए होगा प्रतिदिन का टारगेट
राजस्व विभाग के अधिकारियों को कलेक्टर ने बैठक में दिए निर्देश
जबलपुर
कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने जबलपुर संभाग के बालाघाट जिला में कल शुक्रवार से प्रारम्भ हुए राजस्व महाभियान-3.0 में राजस्व कार्यो से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण और उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने के सम्बंध में आज शनिवार को राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक की। राजस्व महाभियान-3.0 शासन की मंशानुसार व नागरिकों की समस्याओं के निराकरण को सिद्ध करने की हिदायत कलेक्टर श्री मीना द्वारा दी गई है। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदारों से कहा कि राजस्व कार्य जो लंबित है। उन लंबित प्रकरणों को दोगुना गति से प्रयास करते हुए जैसा सम्भव हो न्यायालयों व स्पॉट पर जाकर भी निराकरण करने के लिए जुटना होगा। उन्होंने बैठक में तहसील वार नामांतरण, बंटवारा, डेटा अपडेशन, सीमांकन के लंबित प्रकरणों का निराकरण, नये राजस्व प्रकरणों को राजस्व न्यायालयों के प्रकरणो को अपडेट, नक्शे पर तरमीम, पीएम किसान का सैच्युरेशन, आधार का आरओआर इंट्री से आधार लिंकिंग के पेंडिंग प्रकरणों की समीक्षा की। रास्ते के विवादित प्रकरणों के सम्बंध में कहा कि राजस्व अमला तथ्यों की व्यवस्थित जांच के आधार पर परम्परागत रास्तों का चिन्हांकन कर निराकरण करे ।
कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने कहा कि राजस्व महा-अभियान 3.0 में सफलता तभी मिल पायेगी जब लंबित प्रकणो के कार्य को पूर्ण किया गया हो। लंबित प्रकरणों में मुख्य रूप से लांजी, किरनापुर, खैरलाजी तहसीलों के अमले को अपनी जिम्मेदारी समझ कर कार्य करने की हिदायत दी। बैठक के दौरान अपर कलेक्टर श्री जीएस धुर्वे, एसडीएम श्री गोपाल सोनी, डिप्टी कलेक्टर श्री केसी ठाकुर, एमआर कोल, राहुल नायक सहित समस्त एसडीएम व तहसीलदार मौजुद रहें।
प्रतिदिन पटवारियों का टारगेट सेट करना है
कलेक्टर श्री मीना ने एसडीएम व तहसीलदारों से कहा कि महाभियान की सफलता में सबसे अहम कड़ी पटवारी है। इसलिए सभी पटवारियों के लिए प्रतिदिन का टारगेट पूरा करना होगा। देखे और इसकी पूरी तरह निगरानी में लाएं। अब हर समय निगरानी का तरीके निकालने है। न सिर्फ पटवारियों को बल्कि तहसीलदार को भी हर दिन का टारगेट लेकर कार्य करना होगा। किसानों की रजिस्ट्री और स्वामित्व योजना का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना है। टारगेट को पूर्ण करने के लिये पटवारियों को सातों दिन अपने हल्कें में रहे और कार्यो को पूर्ण कराए। वही राजस्व निरीक्षकों को भी अपने अनुभव के साथ दायित्वों के प्रति जागरूक होकर कार्य करना है।
इन कार्यो पर होगा फोकस
अभियान दौरान नक्शे में बटांकन की कार्रवाई, ग्राम नक्शा में उपलब्ध खसरा बटांकन सूची के अनुसार भू-लेख पोर्टल पर नक्शा बटांकन मॉड्यूल के माध्यम से पटवारी एवं तहसीलदार द्वारा नक्शे तरमीम अमल जैसे कार्य करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जायेगी। सभी शामिल खसरों को बंदोबस्त के रिकॉर्ड एवं वर्तमान खसरा नक्शे के आधार पर रिकॉर्ड दुरुस्त किया जायेगा। भू-अभिलेख पोर्टल पर जाकर आवेदक अपने खसरे को आधार से लिंक कर सकता है। इसका सत्यापन पटवारी द्वारा किया जायेगा।
कलेक्टर मृणाल मीना ने बैठक में उपस्थित सभी एसडीएम तहसीलदारों से कहा कि उपार्जन का कार्य 2 दिसम्बर से प्रारम्भ होगा। उपार्जन से जुड़े मसलों पर अपनी योजना बना ले। इसमें अनुविभागीय अमले को धान परिवहन पर चौकसी बढ़ानी है। वहीं उपार्जन केंद्रों का ठीक से निरीक्षण कर लेंवे। उसी अनुरूप निरीक्षण करने की रणनीति बना ले। साथ ही कही फर्टिलाइजर की समस्या आती है या फिर अवैध रूप से खरीद फरोक्त, गुणवत्ता विहिन की शिकायतें आये तो संयुक्त रूप से कार्यवाही करें।