मध्यप्रदेश के राज्य स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के विधान सभा में छात्र छात्रा का भविष्य अंधकार में
मध्यप्रदेश भोपाल से अजय राज केवट
शुजालपुर शिक्षा के मंदिर में 30 साल से पदस्थ शिक्षकों की तानाशाही सिर चढ़कर बोल रही है वहीं अपनी मनमर्जी से बाज नहीं आ रहे हैं माता-पिता सोचते हैं कि हमारे बेटा बेटी पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बने बच्चों को पढ़ाने के लिए माता-पिता कितनी मेहनत कर अपने बच्चों को पढ़ाते हैं और स्कूल भेजते हैं कि हमारा बच्चा अच्छा पढ़ लिखकर बड़ा इंसान बने मगर उनके सपने देखने और सोचने से कुछ नहीं होता जिस स्कूल में वह अपने बच्चों को शिक्षा लेने के लिए भेजते हैं उन स्कूलों के शिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं से भोजन के जूठे बर्तन और शौचालय तक साफ करवाए जाता है ।
इतना ही नहीं शिक्षकों द्वारा जब लेट बाथरूम से आ जाने के बाद में छात्र छात्राओं को पढ़ाई में से उठाकर शौचालय मैं पानी डालने के लिए भेजते ऐसा माहौल शाजापुर जिले के तहसील शुजालपुर के ग्राम रानोगंज में कई वर्षों से लगातार शिक्षकों द्वारा यह गंदी परंपरा निभाई जा रही है और बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है
स्कूल से लेकर शौचालय पर बिछा मौत का मकड़जाल
वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो शासकीय प्राथमिक विद्यालय रानोगंज में स्कूल से लेकर शौचालय तक पर मौत का मकड़ जाल बिछा है जिधर देखो उधर लाइट के करंट के मकड़जाल देखने को मिलेंगे ये सब देखकर भी शिक्षिका शिक्षक मुख दर्शक बने हुए हैं और बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। दिनांक 1:10 2022 शनिवार को जब छात्र कमलेश भोजन की झूठी थाली साफ करने के लिए हेडपंप पर गया तो वहीं छात्र कमलेश पिता शिवनारायण की उंगली हेड पंप में आकर फेक्चर हो गई जिसको देखकर शिक्षक टस से मस नहीं हुए छात्र का रो-रोकर बुरा हाल हो गया जिसको देखकर भी शिक्षकों को तरस नहीं आया और चंद कदमों दूरी पर रहने वाले उनके माता-पिता को सूचना भी नहीं दी गई कि आपके बच्चे की उंगली झूठे बर्तन साफ करने गया था तो उसकी उंगली हेड पंप मैं आ गई है स्कूल से छुट्टी हुई तो रोते रोते हुए बालक ने आपबीती माता पिता को बताई
मंत्री जी जरा एक नजर रानोगंज के विद्यालय की सुध तो लो
स्कूल शिक्षा मंत्री के निवास से 5 km दूर पर हे हालराज्य स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के शुजालपुर विधान सभा क्षेत्र के ग्राम रानो गंज मे शिक्षा के नाम पर किस प्रकार छात्र छात्राओं का शोषण किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण रानो गंज गांव के शासकीय प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिलेगा की किस प्रकार शिक्षको द्वारा संविधान का पालन किया जाता है शिक्षा देने के नाम पर छात्र छात्राओं से झूठे बर्तन व शौचालय साफ करवाते हैं ना की उनको शिक्षा देते शौचालय बर्तन साफ़ करते हुए छात्र-छात्राओं का वीडियो रिपोर्टर के पास सुरक्षित है
इनका कहना है,,,,
आपकी शिकायत नोट कर ली है मैं इसकी जांच करवाता हूं जांच में दोषी होगा उस पर कार्रवाई भी होगी एसडीएम सतेन्द्र सिंह
इनका कहना है,,,
वीडियो मैंने देखा है और मैंने उसी वक्त वहां के बीआरसी को बताया कि जाकर देखो अगर इस तरीके की स्थिति है तो गलत है नियम विरुद्ध है शिक्षकों को नियम बताया जाए फिर भी नहीं माने तो कार्रवाई की जाय