कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज होटल डिलाईट में आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत तीन दिवसीय जिला प्रोसेस लैब कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जबलपुर
अभियान के अंतर्गत संपूर्ण भारत में चार स्तरीय रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें राज्य स्तर पर स्टेट प्रोसेस लैब, जिला स्तर पर जिला प्रोसेस लैब, विकासखंड स्तर पर ब्लॉक प्रोसेस लैब,ग्राम स्तर पर विलेज/ क्लस्टर प्रोसेस लैब का आयोजन किया जाना निर्धारित किया गया है। जबलपुर जिले में 2, 3 और 4 सितंबर को तीन दिवसीय जिला प्रोसेस लैब कार्यशाला का आयोजन होटल डिलाइट पैलेडियम जबलपुर में किया गया है। जिला प्रोसेस लैब का शुभारंभ कलेक्टर श्री सक्सेना, सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक गहलोत, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग श्री सी के दुबे द्वारा दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस प्रोसेस लैब कार्यक्रम में विकासखंड स्तर के अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कलेक्टर श्री सक्सेना द्वारा प्रोसेस लैब में उपस्थित मास्टर ट्रेनर को पूर्ण समर्पण तथा समन्वय के साथ शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन कर्मयोगी बनकर किए जाने का आव्हान किया गया है। प्रशिक्षण प्रक्रिया लैब में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग के विकासखंड स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, प्रोसेस लैब में जिन उद्देश्यों को लेकर कार्यशाला आयोजित की गई है, उनमें सकारात्मकता और जिम्मेदारी पर चिंतन, सामूहिक सीखने के लिए सुरक्षित और पवित्र वातावरण निर्माण, आपसी परिचय व मूल्यों की साझेदारी, विभाग की समस्याओं पर चर्चा व समाधान की दिशा में पहल, गांव की समस्याएं व सरकारी अधिकारियों की भूमिका को समझना, सहयोग-समन्वय-टीमवर्क का अभ्यास, परस्पर निर्भरता और समन्वय को समझना, विभिन्न विभागों के बीच तालमेल और सहयोग, शासन की भूमिका समझना, ग्राम दृष्टि निर्माण पर विचार, सामूहिक प्रतिबद्धता विकसित करना, प्रतिभागियों को प्रशिक्षण कौशल व कार्य प्रणालियां सिखाना, ग्राम मानचित्र विजन प्लान एवं क्रियान्वयन के लिए अभ्यास कराना है।
इस प्रोसेस लैब को संपन्न करने के लिए जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को भोपाल में प्रशिक्षण दिया गया। प्रोसेस लैब से तैयार कर्मयोगी जनजाति विकास और परिवर्तन के लिए व्यक्तियों और संस्थाओं को सशक्त करेंगे और जनजातीय समुदाय को अंतिम छोर तक सेवा प्रदान कर विकसित भारत के निर्माण में सहभागी बनेंगे।