शिक्षा के मंदिर बने अखाड़े
नैनपुर
मंडला दीपक शर्मा ग्राउंड जीरो से खबर
आदिम जाति कल्याण विभाग का नया करनामा सामने आया है। आज से 8 वर्ष पूर्व बनी बिल्डिंग को उपयोग में नही लिया गया बना भी ऐसा ही की बच्चे भगवान भरोसे बैठ जाते।कोई उपयोग न होने से भवन टूट फूट गया फिर से मरमत के नाम पर रुपए निकाल लिए गया।
पूरा मामला वार्ड नं 1 कन्या हाई स्कूल पिंडरई का बताया गया है। पूर्व में भवन पानी के टपकने से कमजोर हो गया था ।विडंबना है की उद्घाटन के पूर्व ही भवन में दरार आ गई जांच होना दूर सबका साथ सबका विकास ने मरमत के नाम पर फिर भारी धन राशि की होली खेली गई और राशि भी स्वीकार हो गई। यही है बीजेपी का राज ठेकेदार का विकास और नोकर शाही का कारनामा।
जब राजनीतिक कारणों से उच्च स्तरीय शिकायत हुई तो आज भौतिक सत्यापन हुआ ।
नायब तहसीलदार वंदना कुशराम जी और कार्य पालन यंत्री आर ई एस श्री दीपक आर्मो के द्वारा जिस में जनप्रतिनिधि नगर के जन भी मौजूद रहे।।।पूरा स्कूल नदारत।आज जब भौतिक सत्यापन हेतु नायब तहसीलदार वंदना जी और बी ओ और अन्य जन प्रतिनिधि स्कूल गए तो ताला बंद पाया गया। जिससे वो भौचक रह गए ।स्कूल में टीचर तो नदारद थे चपरासी भी नही मिला तो पंचनामा बनाया गया। इस विषय में बी ओ नैनपुर का कहना था की आज तीज के चलते ज्यादा तर स्कूल में महिला टीचर है छुटी मांगी थी किन्तु सभी को जाना था तो छुट्टी सभी को देना संभव भी नहीं था तो वो खुद 2 घटे स्कूल में थे 3 बजे के बाद स्कूल में ताला लगाया गया है।।बी ओ को हटाया जाए।इस विषय में अलग ही सरोकार पिंडरई उप सरपंच जीतू राजपूत रखते है। उनका मानना है की अब व्यवस्था में परिवर्तन का आगाज हुआ है तो सेवा भी मैदान में होना।
सभी नदारत स्टाफ का पंचनामा बनाया गया है जिस पर कार्यवाही की जायेगी ।
नवागत बी ओ एम डी सोलंकी के राज में बच्चो का नव निर्माण नही हो सकता उन को हटाया जाए क्यों की न वो प्रिंसपल का प्रभार देख पा रहे न ही बी ओ का।
बहरहाल कारण जो भी हो बताया गया है की बिना जन प्रतिनिधियो को विश्वास लिए स्कूल का उद्घाटन बिना किए स्कूल लगना चालू हो गया था ।इसमें भी बी ओ का तर्क है की पुरानी बिल्डिंग जर जर थी तो नया भवन में स्कूल शिफ्ट करना मजबूरी थी कारण कुछ भी हो अब शिक्षा के मंदिर भी राजनैतिक अखाड़े बनने के साथ नोट छापने के साधन बन गए है।