सरपंच पति द्वारा शिकायत करने पर मौके पर पहुंची डायल 100
मझौली जबलपुर
मामला जबलपुर जिले की तहसील मझौली अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत रोसरा का है जहा खेतों में लगे पेड़ों को बिना अनुमति के रामभजन पटैल निवासी रोसरा के द्वारा दिन दहाड़े काट दिया गया
सरपंच पति द्वारा शिकायत करने पर मौके पर पहुंची डायल 100 नंबर एवं पटवारी यश ठाकुर द्वारा मौका-ए-वारदात पर पहुंच पंचनामा कार्रवाई कर लकड़ी जप्त की गई है जिसमें
चीरहुल पेड़ जो की 9 साल पुराना थे जो
राम भजन पटेल के द्वारा बिना अनुमति के काट दिया गया
जिम्मेदारों की लापरवाही से हो रही हरे पेड़ों की कटाई।
राजस्व विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। इसके बाद भी विभाग माफियाओं पर शिकंजा नहीं कस पा रहा है। इसके अलावा प्रशासन भी इस तरफ अनदेखी कर रहा है।
हर वर्ष शासन हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधरोपण अभियान चलाता है। इस पर शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं जबकि उसकी सुरक्षा को लेकर संबंधित विभाग ही लापरवाही बरतते हैं। इस समय तहसील क्षेत्र में फलदार पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इसके अलावा किसान भी खेतों की मेढ़ पर लगे हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। किसान बिना अनुमति के फलदार पेड़ों को काटकर ठेकेदारों को बेच देते हैं। इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। कुछ दिन पहले गांव के एक व्यक्ति ने आम का हरा पेड़ काट दिया था। सूचना पर नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे थे। इसी तरह दो साल पहले एक व्यक्ति ने एक दर्जन हरे पेड़ काट दिए थे। इसकी शिकायत पर पटवारी ने पंचनामा बनाकर लकड़ी जब्त गुराडिया पंचायत के सुपुर्द की थी। इसके बाद कार्रवाई को दबा दिया गया।
पेड़ काटने वालों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण इस पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। वन माफियाओं पर रोकथाम नहीं होने के कारण जहां कभी घना जंगल हुआ करता था, वहां पर अब ठूंठ ही नजर आते हैं। इस समय सागौन के अलावा आम, इमली, बबूल, जामुन, बरगद, नीम प्रजाति के पेड़ों की कटाई धड़ल्ले से जारी है। इन पेड़ों की हो रही कटाई से वन क्षेत्रों को तो नुकसान हो रहा है।
इस संबंध में नायब तहसीलदार का कहना है कि हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध है। यदि कहीं अवैध रूप से कटाई की जाती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।