शंकुल अधिकारी कर्मचारियों द्वारा सरकारी आदेश की धज्जियां किस प्रकार उड़ाई जा रही है जीता जागता उदाहरण है।सुसजनी शासकीय हाई स्कूल
मझौली
सुहजनी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं सुहजनी हाई स्कूल
एकीकृत शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय सुहजनी में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के बच्चों को बैठने के लिए टाट पट्टी तक नहीं इस्कूल परिसर में हेडपंप तो है जो सालों से बिगड़ा पड़ा है स्कूल का फर्स उघड़ा हुआ है यहा तक कि स्कूल प्रबंधन एवं प्राचार्य द्वारा शाला विकास कि राशि का किस प्रकार दुरुपयोग किया गया है।
इसका जीता जागता उदाहरण है माध्यमिक विद्यालय सुहजनी जब हाई स्कूल सुहजनी के प्राचार्य से हमारे द्वारा जानकारी मांगी गई तो जानकारी में भारत लाल रैदास जो की सीनियर शिक्षक है। प्राचार्य पद पर पदस्थ नहीं पाए गए और विपरित उसके जूनियर शिक्षक प्रमोद चौधरी को हाईस्कूल सुहजनी का पद प्रभार दिया गया है।
जब हमने संकुल अधिकारी अंजना अग्रवाल जो की पोला हाई स्कूल में है हमारे द्वारा हाई स्कूल पोला पहुंचकर शंकुल अधिकारी अंजना अग्रवाल से बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया और ओफिस में जाकर जानकारी ली गई तो शंकुल अधिक का कार्य कोई और करता मिला ।
जब हमने अंजना अग्रवाल जो शंकुल अधिकारी के पद नियुक्त है हाई स्कूल पोला में जानकारी मांगी तो जानकारी देने की अपेक्षा हम से ही सबाल पूछना शुरु कर दिया गया।
जिसकी जानकारी हमारे द्वारा तत्काल विकास खंड शिक्षा अधिकारी बीएमओ एम पी मरावी जी मझौली को दी गई। एवं जबलपुर जिला शिक्षा अधिकारी डीओ घनश्याम सोनी जी को दी गई।
बावजूद इसके आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सुहजनी शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला एवं सुहजनी हाई स्कूल 1से 10 तक की कक्षाओं को एकीकृत कर दिया गया है ।
जबकि प्राथमिक विद्यालय सुहजनी से हाई स्कूल तथा प्राथमिक उच्चतर माध्यमिक स्कूल की दूरी लगभग 1:50 किलोमीटर दूर है।
स्कूल में जो अनुदान की राशि आती है वह हाई स्कूल में आती है मिडिल स्कूल में अवव्सथाओ का लगा हुआ है अंबार ।
बच्चों के बैठने के लिए टाट पट्टी नहीं है। बच्चे जमीन पर बैठने के लिए मजबूर हैं। यहां तक कि वहां पर फर्श खुदा हुआ है ।
जब हमारे द्वारा वहां पर जाकर पूछा गया हाई स्कूल प्राचार्य जो अभी तत्कालीन है प्रमोद चौधरी जोकि भारत लाल रैदास की जगह पर पदस्थ हैं और भारत लाल रैदास – जी का कहना था कि प्रचार का प्रभार उन्हें मिलना चाहिए था सीनियर होने पर या फिर जो तत्कालीन मैडम हैं श्रद्धा पटेल उनको मिलना चाहिए ना की प्रमोद कुमार चौधरी को बावजूद इसके वहां पर प्रमोद कुमार चौधरी जी हैं। जो उनकी उपस्थिति समय पर नहीं हो रही है शासकीय हाई स्कूल में वर्तमान स्थिति यह है कि वहां पर ना तो कोई चपरासी है ना ही वहां पर कोई झाड़ू लगाने वाला है यहां तक कि जब हमारे द्वारा वहां पर जाकर देखा गया तो वर्तमान स्थिति में हमने देखा कि बच्चे ही झाड़ू लगा रहे हैं और स्टाफ नहीं था वहां पर जब हमने प्रमोद कुमार चौधरी जी से बात की तो उनके द्वारा बताया गया है सीनियर कौन ही वहां का प्रधान प्रचार होना चाहिए जो कि वही पदस्थ शिक्षक भारत लाल रैदास जी है वहां के प्रधान प्रचार रहे उनके पद पर प्रमोद कुमार चौधरी कार्य कर रहे हैं।
तो उनका क्या जवाब था आप खुद ही सुनिएगा। क्या कह रहे हैं और जब हमने संकुल अधिकारी से बात करी तो उनके द्वारा कहा गया यह आपको हम दिखा रहे हैं शिक्षा का किस प्रकार से स्तर गिर रहा है यहां पर बच्चों से झाड़ू लगवाई जा रही है यहां तक की घंटी बजाई जा रही है प्रार्थना के लिए यह स्थिति है शासकीय हाई स्कूल सोजनी हम आपको बता दें कि 1 वर्ष पहले भी हमने स्कूलों में जानकारी ली थी इससे बस से बदतर स्थिति हमने देखी थी आज भी जब हमने जानकारी ली शिक्षक द्वारा बताया गया कि यहां पर चौधरी जी के द्वारा कोई व्यवस्था कराई जा रही है की जा रही है यहां तक कि उनके द्वारा किया जा रहा है इसकी भी प्रमोद कुमार चौधरी नहीं दे पा रहे हैं जानकारी हम आपको बता दें कि शिक्षक वहां पर कितने से कितने टाइम तक उपस्थित होते हैं क्योंकि सास की गाइड लाइन के अनुसार 10:30 बजे समस्त शिक्षकों को उपस्थित होना चाहिए एवं समय अनुसार वहां पर व्यवस्था की देखरेख करनी चाहिए बावजूद इसके सौजनी हाई स्कूल में शिक्षक मिले हमें जो टाइम पर पहुंचे भारत लाल रे रास्ते कमलेश झारिया 21040 पर पहुंचे मैडम प्रशिक्षण में छुट्टी पर थी एक और अन्य अतिथि शिक्षक हैं समीर खान जो कि हम वहां पर उपस्थित ही नहीं मिले और प्रमोद कुमार चौधरी जी का गाना 11:00 का टाइम था उस से आधे घंटे लेट थे वह क्योंकि वह दूसरे के पर्व पर कार्य कर रहे हैं बावजूद इसके चलो आपको यह ध्यान देना चाहिए जिस व्यक्ति का प्रभार है उसी व्यक्ति को वहां पर प्रभारी बनाया जाए ना कि अन्य किसी व्यक्ति को वहां पर प्रभार में बैठाया जाए।