श्वेत धवल संगमरमरी चट्टानों के बीच माँ नर्मदा की अनुपम सौंदर्य में दो दिवसीय नर्मदा महोत्सव का आज दूसरे दिन भी भव्यतम शुरुआत हुआ।
जबलपुर, 09 अक्टूबर, 2022
सुर-ताल और रास-रंग से सजी नर्मदा महोत्सव की आज की महफिल का मुख्य आकर्षण प्रख्यात नर्मदा महोत्सव के दूसरे और समापन दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पहली प्रस्तुति नव नृत्यांजलि डांस एकेडमी जबलपुर की ओर से श्रीमती भैरवी विश्वरूप एवं उनके समूह द्वारा लव कुश की रामायण पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई।
संगीत नाटक अकादमी की ओर से श्री प्रदीप एवं उनके दल द्वारा हरियाणा का फागन नृत्य प्रस्तुत किया गया। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर की ओर से रंगारेड्डी तेलंगाना के श्री चन्द्रादु एवं उनका समूह ने प्रसिद्ध माधुरी लंबाडी नृत्य की प्रस्तुति दी गई। पदमश्री अनवर खान, राजस्थान का गायन पश्चात मुंबई के श्री चरणजीत सिंह सौंधी द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। नृत्यांगना पद्म विभूषण डॉ सोनल मान सिंह का भरत नाट्यम एवं उनके समूह द्वारा शास्त्रीय शैली में प्रस्तुत संकल्प से सिद्धि नृत्य रहा।
धुआंधार जलप्रपात की वजह से विश्व के पर्यटक मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना चुके भेड़ाघाट में खास शरद पूर्णिमा के अवसर पर नर्मदा महोत्सव के आयोजन का यह लगातार अठारहवाँ वर्ष है। महोत्सव का शुभारंभ परम्परा के मुताबिक जीवनदायनी माँ नर्मदा के पूजन से हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद श्री राकेश सिंह व अध्यक्षता मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष श्री विनोद गोटिया ने किया। इस अवसर पर संत श्री पगलानंद जी महाराज, विधायक श्री सुशील तिवारी इंदु, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष बरकड़े,नगर पंचायत भेड़ाघाट के अध्यक्ष श्री चतुर सिंह, कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन निगम के अध्यक्ष श्री विनोद गोंटिया ने इस अवसर पर कहा कि जबलपुर में पर्यटन के विकास के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जायेंगे, ताकि यहाँ के पर्यटन स्थलों की ख्याति देश-विदेश तक फैले और लोग यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने आये। उन्होंने कहा कि लम्हेटाघाट व सरस्वतीघाट में ब्रिज बनाने की कार्ययोजना है। वहीं स्वर्गद्वारी में ग्लास ब्रिज जल्दी सार्थक होगी। पर्यटन को प्रोत्साहित करने न्यू भेड़ाघाट में चिड़ियाघर बनाने का डीपीआर तैयार हो गया है।जल्दी ही इस दिशा में कार्य शुरू होगा।
मुख्य अतिथि सांसद श्री राकेश सिंह ने जबलपुर के पर्यटन विकास के लिये निरंतर किये जा रहे प्रयास की जानकारी देते हुए कहा कि खजुराहो महोत्सव की तरह ही नर्मदा महोत्सव की भी देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाये। नर्मदा महोत्सव जबलपुर का सांस्कृतिक केंद्र बने इसके लिये समुचित प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने नर्मदा महोत्सव के आयोजन के सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सभी के प्रयासों का ही परिणाम है कि नर्मदा महोत्सव का आयोजन का लगातार 18 वर्षों से हो रहा है। सांसद श्री सिंह ने वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरवगाथा की जानकारी देकर उनके स्मृति में भव्य म्यूजियम बनेगा जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
भेड़ाघाट प्राकृतिक सौंदर्य का पहचान बने वही जूलॉजिकल पार्क भी जल्दी नए स्वरूप में आयेगा जो पर्यटन को आकर्षित करेगा। जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा संस्कृति विभाग, पर्यटन विकास निगम, जिला प्रशासन, जिला पंचायत, नगर निगम जबलपुर और भेड़ाघाट नगर पंचायत के सहयोग से धुआंधार के समीप बने मुक्ताकाशीय मंच पर आयोजित नर्मदा महोत्सव के दूसरे दिन भी अतिथियों के स्वागत व दीप प्रज्जवलन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।