मझौली क्षेत्र में पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर, वन चौकी वीरान
मझौली ,विशेष संवाददाता,
मझौली। वन विभाग की घोर लापरवाही और कर्मचारियों की गैरमौजूदगी के चलते मझौली क्षेत्र के जंगल तेजी से उजड़ते जा रहे हैं। बीते कुछ हफ्तों से लगातार हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है और कब्जा कर वन भूमि पर खुलेआम खेती की जा रही है। हैरानी की बात यह है कि क्षेत्र में नियुक्त बीट गार्ड पूरी तरह नदारद हैं, और चौकी पर ताला लटका हुआ है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जंगलों में रात के अंधेरे में पेड़ों को काटा जा रहा है, और ट्रैक्टरों के ज़रिए जमीन को समतल कर उसमें फसलें बोई जा रही हैं। कई स्थानों पर स्थायी अतिक्रमण कर झोपड़ियां और खेत बना लिए गए हैं। यह सब वन विभाग की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन विभागीय जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं।
वन्य जीवों के अस्तित्व पर संकट
वन कटाई से ना केवल हरियाली खत्म हो रही है, बल्कि इलाके के वन्य जीवों के लिए भी खतरा बढ़ गया है। जंगल सिमटने से जानवर आबादी की ओर आ रहे हैं, जिससे आए दिन जानवर-मानव टकराव की घटनाएं सामने आ रही हैं।
चौकी पर ताला, निगरानी शून्य
मझौली क्षेत्र की वन चौकी पूरी तरह सूनी पड़ी है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बीट गार्ड महीनों से मौके पर नहीं दिखे हैं। जब इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से सवाल किया गया, तो वे टालमटोल करते नजर आए।
ग्रामीणों में आक्रोश, जांच की मांग
ग्रामीणों और पर्यावरण प्रेमियों में वन विभाग की इस घोर लापरवाही को लेकर भारी नाराजगी है। उन्होंने शासन से मांग की है कि पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। यदि समय रहते यह सिलसिला नहीं रोका गया, तो आने वाले समय में मझौली क्षेत्र अपने जंगलों को पूरी तरह खो देगा।