जिला बालाघाट में 𝟏𝟖𝟓, सतना में 𝟏𝟒𝟒, जबलपुर में 𝟏𝟐𝟓, रीवा में 𝟏𝟐𝟑, सिवनी में 𝟗𝟗, कटनी में 𝟖𝟒, मण्डला में 𝟔𝟕, नर्मदापुरम में 𝟔𝟓, सिंगरौली में 𝟓𝟖, शहडोल में 𝟓𝟓, पन्ना में 𝟒𝟕, नरसिंहपुर में 𝟒𝟓, सीधी में 𝟒𝟑, उमरिया में 𝟒𝟐, अनूपपुर में 𝟑𝟒, दमोह में 𝟑𝟑, डिण्डोरी में 𝟑𝟏, रायसेन में 𝟐𝟓, सागर में 𝟐𝟒, सीहोर में 𝟏𝟕, बैतूल में 𝟏𝟕, छिंदवाड़ा में 𝟗, शिवपुरी में 𝟖, भिण्ड में 𝟕, दतिया में 𝟕, ग्वालियर में 𝟔, हरदा में 𝟑, विदिशा में 𝟐, मुरैना में 𝟐 और अलीराजपुर, झाबुआ, गुना, भोपाल एवं अशोकनगर में एक-एक धान उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।
भोपाल
इसी तरह ज्वार-बाजरा के उपार्जन के लिये रीवा में 𝟐, सिंगरौली में 𝟑, भिण्ड में 𝟐𝟎, दतिया में 𝟒, ग्वालियर में 𝟏𝟐, मुरैना में 𝟓𝟏 और नर्मदापुरम, शहडोल, पन्ना, नरसिंहपुर, सीधी, सागर, बैतूल, शिवपुरी, विदिशा, बड़वानी, बुरहानपुर और श्योपुर में एक-एक उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं।